भारत में चावल की खेती (Rice Farming In India) विभिन्न भू-भागों में होती है, और इसका प्रमुख उत्पादन उन्नत राज्यों में होता है जहां प्राकृतिक मानसूनी और जलवायु शर्तें अनुकूल होती हैं। चावल की खेती में भारत के निम्नलिखित राज्यों का महत्वपूर्ण योगदान है:
1. पश्चिम बंगाल: पश्चिम बंगाल भी चावल उत्पादन में भारत का प्रमुख राज्य है। यहां पश्चिमी बंगाल के क्षेत्रीय मैदान में बाघबाड़, कृष्णनगर, बर्धमान और हुगली जिले में चावल की विशेषता होती है।
2. पंजाब: पंजाब भी चावल के उत्पादन में महत्वपूर्ण राज्य है। यह गंगा-यमुना सतलत में स्थित है और जलवायु और माटी की उपयुक्तता के कारण चावल उत्पादन में विशेष महत्त्व रखता है। पंजाब के जिले जैसलमेर, फाजिल्का, गुरदासपुर, अमृतसर, तरन तारण, फतेहगढ़ साहिब, और मुक्तसर में चावल की खेती (Rice Farming ) बड़े पैमाने पर की जाती है।
3. हरियाणा: हरियाणा भी चावल के उत्पादन में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है। यहां कौशल्या, कुरुक्षेत्र, करनाल, और सोनीपत जिलों में चावल की खेती (Rice Farming In India) बड़े पैमाने पर की जाती है।
4. उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश भी चावल के उत्पादन में महत्वपूर्ण योगदान देता है। यहां बागपत, मेरठ, गाज़ियाबाद, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, शाह जहाँपुर, बरेली और बाराबंकी जिलों में चावल की खेती (Rice Farming In India) बड़े पैमाने पर की जाती है।
इसके अलावा अन्य राज्य जैसे तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, केरल, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और ओडिशा भी चावल की खेती करते हैं। यहां भी चावल की खेती में सक्षमता होती है और उत्पादन की अच्छी विकास देखी जा सकती है।
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