जैसा की आप सभी जानते है की मक्का मोटे अनाज की श्रेणी का एक प्रमुख फसल है। मक्के की फसल तैयार होने के बाद उसकी कटाई और भंडारण करना सबसे जरूरी होता है। कृषि जागृति के इस पोस्ट के माध्यम से आप जानेंगे की मक्के की कटाई करने के बाद भंडारण के समय ध्यान देने वाली मुख्य बातो की जानकारियां क्या हैं।
मक्के की कटाई
मक्के की कुछ प्रजातियां जल्दी तैयार होती हैं। वही कुछ किस्मों को तैयार होने में लगभग अधिक समय लगता है। यदि मक्के की कटाई में देर की जाए तो मक्के की मिठास में कमी आ जाती है। मक्के की कटाई के लिए संध्या के समय और सुबह का समय सबसे उपयुक्त होता हैं।
मक्के की चारे वाली फसल बुआई से लगभग 60 से 65 दिन में तैयार हो जाती है। मक्के का देशी किस्मों को तैयार होने में लगभग 75 से 85 दिन का समय लगता है। वही संकर और संकुल किस्में 90 से 115 दिन में कटाई के लिए तैयार हो जाती है।
जब मक्के की फसल में लगभग 25 प्रतिशत नमी रहे और दानों का रंग पीला हो जाए तब इसकी कटाई कर लेनी चाहिए। दानों के साथ उसे ढकने वाली पत्तियां भी पीली होने लगे तब मक्के की कटाई का सर्वोत्तम समय होता हैं। मक्के की कटाई दो चरणों में की जाती है।
पहली कटाई में खेत से पौधों को काटा जाता हैं। फिर दूसरी कटाई में मक्के को पौधों से काट कर अलग किया जाता हैं। मक्के की कटाई के बाद इसकी गहाई सबसे महत्वपूर्ण कार्य है। सेलर उपलब्ध न हो तब थ्रेसर से भी गहाई की जा सकती हैं। गहाई के लिए मक्के को ढकने वाले पत्तो को निकालने की जरुरत नहीं होती हैं या आप निकाल कर भी गहाई कर सकते हैं।
मक्के की भंडारण
मक्के को भंडारित करने से पहले दानों को अच्छी तरह धूप में सुखाना बहुत जरूरी है। मक्के के भंडारण करने से पहले दानों में लगभग 12 प्रतिशत नमी होनी चाहिए। मक्के को विभिन्न कीटो से बचाने के लिए प्रति क्विंटल दानों में 3 ग्राम की क्विकफास की गोली डाले। या आप देशी तरीके से नीम के पत्ते लहसुन के जावै डाल सकते हैं। क्विकाफास की गोली को किसी पतले कपड़े में बांधने के बाद दानों में डाले और ड्रम का ढक्कन बंद कर दें। ध्यान रहे क्विकाफास की गोली एक जहर हैं।
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