केंद्रीय कृषि मंत्रालय के अनुसार, मौजूदा रबी सीजन के दौरान 19 जनवरी तक देश भर में 687.18 लाख हैक्टेयर क्षेत्रफल में रबी की फसलें बोई गई। रबी की बुवाई का रकबा पिछले साल की इसी अवधि के दौरान के 689.09 लाख हेक्टेयर के मुकाबले लगभग 2 लाख हेक्टेयर से पिछड़ रहा है। कृषि मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, रबी की प्रमुख फसल गेहूं का रकबा 340.08 लाख हेक्टेयर पर है। गेहूं का रकबा पिछले साल की इसी अवधि के दौरान 337.50 लाख हेक्टेयर के मुकाबले 2.58 लाख हेक्टेयर से बढ़ा है।
दलहनी फसलों के रबके में 4.62 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिल रही है। ताजा आंकड़ों के अनुसार 155.13 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में दलहनी फसलें बोई गई है, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में दलहनी फसलों का रकबा 162.66 लाख हेक्टेयर पर था। दलहन की प्रमुख फसल चना 102.90 लाख हेक्टेयर में बोई गई है, जबकि पिछले साल चने का रकबा 109.73 लाख हेक्टेयर पर था। तिलहनी फसलों के रकबे में मामूली बढ़ोतरी हुई है। तिलहनी के तहत कुल क्षेत्रफल 109.88 लाख हेक्टेयर पर है।
जो पिछले साल की इसी अवधि के दौरान 108.82 लाख हेक्टेयर पर था। तिलहन की प्रमुख फसल सरसों का रकबा बीते साल के 97.88 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 100.15 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया है। धान के तहत क्षेत्रफल में गिरावट आई है। धान का रकबा पिछले साल के 29.33 लाख हेक्टेयर से घटकर 28.25 लाख हेक्टेयर पर आ गया है। मोटे अनाजों के रकबे में वृद्धि देखने को मिल रही है। मोटे अनाजों का रकबा पिछले साल के 50.77 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 53.83 लाख हेक्टेयर हो गया है।
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