किसान का भविष्य आने वाले समय में कैसी होगी ये कृषि क्षेत्र में इस बात पर निर्भर करता है की किसान आने वाले समय में कौन सी खेती कर रहे है। आज इन रासायनिक खादों व कीटनाशकों के खिलाफ विश्व व्यापक छिड़ गई है। आज अमेरिका में 11 प्रतिशत की ग्रोथ रेट से ऑर्गेनिक फार्मिंग यानिकि जैविक खेती दिन प्रति दिन बढ़ रही है।
हमारे किसान भाइयों, जैसा कि आप जानते हैं कि आज पूरा विश्व एक खुला बाजार बन चुका है और कोई भी देश अपना सामान दूसरे देश में बेच सकता है। अब देखना यह है कि पहले किसकी फसलें पूर्ण रूप से जैविक व शुद्ध पैदा होगी, क्योंकि आज से पांच साल बाद विकसित देश पूरी तरह से जैविक खेती पर आ जायेंगे और उनका गेहूं व चावल मार्केट में मिलना शुरू हो जायेंगे।
चूंकि विकसित देश अपने किसानों को भारी मात्रा में सब्सिडी देते हैं, इसलिए इनकी फसलों का दाम भी ज्यादा नहीं होगा। अब आप सोचकर देखिए कि अगर मार्केट में एक दुकान पर दो अनाज रखे हैं, और एक पर लिखा है जहर रहित गेहूं और दूसरे पर लिखा है जहर सहित गेहूं तो कौन सा गेहूं लोग ज्यादा खरीदेंगे? निःसंदेह लोग कीमत ज्यादा देकर भी जहर रहित गेहूं खरीदेंगे।
हमारे किसान भाइयों, इस बार हम थोड़े विकसित देशों से भाग्यशाली रहे हैं क्योंकि हमारी जमीनें विकसित देशों की जमीनों से थोड़ी कम जहरीली हैं क्योंकि हमने रासायनिक खादों व कीटनाशकों का इस्तेमाल इनके बाद शुरू किया था, इसलिए हमारे खेत प्रयास करने पर इनसे जल्दी ऑर्गेनिक यानी जैविक खेत हो सकते हैं।
इसलिए यह सही मौका व सही समय है। जो किसान अपने खेतों को जैविक बनाने के लिए इस समय पर काम कर जायेंगे वे आने वाले समय में बहुत सारा पैसा कमा पाएंगे व अपने खेतों के मिट्टी को बंजर होने से भी बचा पाएंगे, नहीं तो आपको वो दोहा या होगा ही। “अब पछताए होत क्या, जब चिड़िया चुग गई खेत”
हम आप से ये चाहते हैं कि आप अपने खेतों को विकसित देशों से पहले जैविक पूर्ण रूप से जैविक करें, ताकि आप जैविक फसलें पैदा का सकें। अगर हमारी उपज उत्तम होगी तो हमारे अनाज की मांग देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी होगी। जिससे हमारे किसान भाइयों की ज्यादातर जनसंख्या अमीर व पैसे वाले बन सकेंगे और हम विकासशील देश से विकसित देश में आ जाएंगे।
अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया व इजराइल जैसे विकसित देशों ने जैविक खेती के लिए जागरूकता लाने के विश्व स्तर पर प्रयास शुरू कर दिए हैं। इसलिए अगर आप भी विश्व पटल होने वाले बदलावों में खुद को साथ रखना चाहते हैं तो आपको भी जैविक खेती अपनानी होगी।
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