पशु पालन

पशुपालन कर रहे किसान भाई जान ले, जन्म के बाद कैसा हो नवजात पशुओं का आहार!

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krishijagriti5

बछड़े के जन्म के बाद से 3 महीने तक का समय बहुत महत्वपूर्ण होता हैं। आंकड़ों के अनुसार 0 से 3 महीने तक के बछड़ों की मृत्यु दर अधिक होती हैं। इसका मुख्य कारण है, नवजात पशुओं का आहार और सही देखभाल की कमी। बछड़े के बेहतर स्वास्थ्य के लिए इस समय उनकी उचित देखभाल करना बहुत जरूरी हैं। जन्म के समय बछड़ों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत कम होती हैं।

जिससे बछड़े बहुत जल्दी कई तरह के रोगों के चपेट में आ सकते हैं। उचित देखभाल करने से बछड़े पर होने वाले खर्च मै कमी भी आएगी। तो आइए जानते है कृषि जागृति के इस पोस्ट में नवजात पशुओं की देखभाल के बारे में विस्तार से।

नवजात बछड़े/बछिया की देखभाल कैसे करें!

जन्म के बाद एक घंटे के अंदर बछड़े/बछिया को लगभग एक लीटर मां का पहला दूध पिलाए। इसे सामान्य भाषा में कोलेस्ट्रम या खीस के नाम से जाना जाता हैं। खीस मै अन्य दूध की तुलना में ज्यादा विटामिन, मिनरल, प्रोटीन, फैक्ट एवं एनर्जी होती हैं। इसके सेवन से बछड़े/बछिया में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती हैं।

नवजात पशुओं को कितनी मात्रा में खीस पिलाएं!

बछड़े/बछिया को 1 से 1 लीटर कर के दिन में 3 बार खीस पिलाएं। गाय एवं भैंस बच्चे को जन्म देने के बाद 3 दिनों तक खीस देती हैं। नवजात बछड़े के बेहतर स्वास्थ्य के लिए 3 दिनों तक लगातार इसका सेवन कराए।

कृत्रिम खीस कैसे बनाए!

कई बार कुछ कारणों से गाय भैंस का उत्पादन नहीं कर पाते हैं। ऐसे में बछड़े को कृत्रिम खीस पिलाएं। कृत्रिम खीस तैयार करने के लिए 500 मिलीलीटर गुनगुना पानी में 500 मिलीलीटर दूध एवं एक अंडा ओर 3 मिलीलीटर अरंडी का तेल मिलाए। तैयार किए गए इस कृत्रिम खीस का सेवन एक बार मै कराए।

जन्म के 3 दिनों बाद से 30 दिनों बाद तक बछड़े का आहार कैसा हो!

जन्म के चौथे दिन से लेकर 30 दिनों तक बछड़े को उसके वजन का 10 प्रतिशत भाग दूध पिलाना है। अगर किसी कारण बछड़े को पिलाने के लिए दूध की कमी हो रही हैं तो 7 दिनों बाद से हम बछड़े को मिल्क रिप्लेसर दे सकते हैं।

नवजात पशुओं के पेट के कीड़े मारने की दवा

बछड़े के जन्म से 7 वे से 10 वे दिन तक बछड़े को कृमि नाशक यानी पेट के कीड़े मारने की दवा पिलाएं। बछड़े को 10 ग्राम पिपराजिन नामक कीड़े मारने की दवा पिलाएं।

15 दिनों के बछड़े/बछिया का कैसा हो आहार!

जब बछड़े 15 दिनों के हो जाए तब उनके आहार में काफ स्टार्टर शामिल करें। आप चाहे तो घर में भी आसानी से कॉफ़ स्टार्टर बना सकते हैं। 100 किलोग्राम काफ स्टार्टर बनाने के लिए आपको 42 किलोग्राम अनाज (मक्का, जौ, आदि) के साथ 35 किलोग्राम खली (मूंगफली, बिनौले, सरसो ,आदि,) 10 किलोग्राम चोकर (गेहूं, राइस ब्रन आदि की चोकर ) 10 मछली का चुरा (फीस मिल), 2 किलोग्राम खनिज एवं 1 किलोग्राम साधारण नमक को अच्छी तरह मिला कर मिश्रण तैयार करें।

बछड़े को दिन में केवल 50 ग्राम काफ स्टार्टर दे। धीरे-धीरे इसकी मात्रा बढ़ा कर 100 ग्राम तक ले जाए। 15 वे दिन से 1 महीने तक के बछड़े को इसका सेवन कराए। बछड़े जब 1 महीने के हो जाए तब 1 से 1.5 किलोग्राम दूध की मात्रा कम कर दे। इसके बाद काफ स्टार्टर की मात्रा हर हफ्ते 100 से 125 ग्राम तक बढ़ाते जाए। बछड़े जब 45 दिन के हो जाए तब उन्हें दोबारा पेट के कीड़े मारने की दवा दे।

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