देश में टमाटर की डिमांड साल भर बनी रहती है और काफी ज्यादा कीमत पर भी बिकता है। अगर हमारे किसान भाई इसकी जैविक खेती करते है तो बंपर मुनाफा कमा सकते है। लेकिन पौधे में अधिक टमाटर तब ही होंगे जब सही खाद व पोषक तत्वों का छिड़काव किया जाए। कृषि जागृति के इस पोस्ट में हम आपको 5 ऐसी जैविक खाद व जैविक कीटनाशक के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके इस्तेमाल से टमाटर की फसल की ग्रोथ भी अच्छी होगी बिना कोई रोग व किट लगे और पौधा टमाटर से भर लथपथ हो जायेगा।
इन 5 जैविक खाद व जैविक कीटनाशक का करें इस्तेमाल
गोबर एवं वर्मी कम्पोस्ट व केंचुआ खाद: इन जैव उर्वरकों को आप टमाटर की जैविक खेती करने से पहले मिट्टी उपचार करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं या खेत की जुताई करने से पहले प्रति एकड़ खेत में 5 से 10 टन 12 माह पुरानी सड़ी हुई गोबर की खाद बिखेर कर गहरी जुताई कर कुछ दिनों के लिए छोड़ दें।
जी-सी पावर या जी-प्रोम एडवांस: ये खाद बहुत ही पावर पुल है और ये पौधों को अच्छी ग्रोथ व रोग व कीटों से लड़ने के लिए उचित मात्रा में पोषक तत्व प्रदान करते है। इसको इस्तेमाल करने के लिए आप खेत तैयार करते समय 150 किलोग्राम 12 माह पुरानी सड़ी हुई गोबर की खाद में 10 किलोग्राम जी सी पावर या जी प्रोम एडवांस को किसी छायादार स्थान पर मिलाकर प्रति एकड़ खेत में छिड़काव कर मिट्टी में अच्छी तरह मिलाएं।
जी-बायो फॉस्फेट एडवांस या जी-डर्मा प्लस: ये जैविक कीटनाशक पौधों में एक नई जान लाने के लिए काफी पावर फूल है। जिससे पौधे रोग व कीटों से लड़ने में सक्षम सिद्ध होते है। इनका इस्तेमाल आप 150 लीटर पानी में एक लीटर जी बायो फॉस्फेट एडवांस या जी डर्मा प्लस को मिलाकर प्रति एकड़ खेत में संध्या के समय छिड़काव करें या 150 लीटर पानी में 100 किलोग्राम ताजी गोबर और एक लीटर जी बायो फॉस्फेट एडवांस या जी डर्मा प्लस को मिलाकर 24 प्रति एकड़ खेत में लगाए गए टमाटर के पौधों में इस घोल को एक से डेढ़ मग डालें। ध्यान रहे खेत में पर्याप्त मात्रा में नमी बना रहें।
जी-अमीनो प्लस या जी-सी लिक्विड या जी-बायो ह्यूमिक: ये जैविक कीटनाशक फल फूल की वृद्धि करने के लिए है। इनको इस्तेमाल करने के लिए आप टमाटर के पौधों में फूल निकलने से पहले या निकलते समय 150 लीटर पानी में 100-100 एमएल तीनो मिला कर प्रति एकड़ खेत में स्प्रे करें। बेहतर परिणाम के लिए दुबारा स्प्रे कर सकते हैं।
माइक्रोराइजा या ट्राईकोडर्मा: ये जैव उर्वरक टमाटर के पौधों को सुक्ष्म पोषक तत्व प्रदान करते है जिससे पौधे रोग व कीटो से लड़ने सक्षम होते है और पौधों की इम्नयुति सिस्टम निरनत उचित मात्रा में बनी रहती हैं।
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