सरसों की फसल में तेल की मात्रा बढ़ाने के लिए उचित एवं सही मात्रा में उर्वरक प्रबंधन की जानकारी होना अति आवश्यक है। सल्फर युक्त उर्वरकों का प्रयोग करके सरसों के बीज में तेल की मात्रा बढ़ाई जा सकती है। यदि आप सरसों की जैविक खेती कर रहे हैं तो अनाज में तेल की मात्रा बढ़ाने के लिए इस कृषि जागृति के इस पोस्ट में दिए गए उर्वरकों और पोषक तत्वों का उपयोग अवश्य करें।
सरसों के पौधों में फूल एवं फली के विकास के लिए फूल बनते समय 15 मिली जी-बायो ह्यूमिक और 10 मिली जी-सी लिक्विड को 15 लीटर पानी के टैंक में मिलाकर स्प्रे करें।
इसके अलावा जब फूलों में फलियां लग जाए तब 10 मिली जी-अमीनो प्लस और 10 मिली जी-सी लिक्विड को 15 लीटर पानी के टैंक में मिलाकर स्प्रे करें।
खेत तैयार करते समय मिट्टी का उपचार करने के लिए 100 से 150 किलोग्राम 12 माह पुरानी सड़ी हुई गोबर की खाद या वर्मी कंपोस्ट के साथ 10 किलोग्राम जी-सी पावर और 10 किलोग्राम जी- प्रोम एडवांस में 500 मिली जी-डर्मा प्लस या 500 मिली जी-बायो फॉस्फेट एडवांस को किसी छायादार स्थान पर मिलाकर 30 मिनट हवा लगने के बाद प्रति एकड़ खेत में छिड़काव कर एक दिन बाद दो बार गहरी जुताई करें।
फिर सरसों की पहली सिंचाई के लिए 10 किलोग्राम जी-प्रोम एडवांस और जी-सी पावर में 500 मिली जी-बायो फॉस्फेट एडवांस या जी-डर्मा प्लस को किसी छायादार स्थान पर मिलाकर 30 मिनट हवा लगने के बाद प्रति एकड़ सरसों की फसल में छिड़काव कर सिंचाई करें।
यह भी पढ़े: सरसों की फसल पर तेजी से फैल रहा है लीफ माइनर रोग तो कैसे करें बचाव, जैविक विधि से
जागरूक रहिए व नुकसान से बचिए और अन्य लोगों के जागरूकता के लिए साझा करें एवं कृषि जागृति, स्वास्थ्य सामग्री, सरकारी योजनाएं, कृषि तकनीक, व्यवसायिक एवं जैविक खेती संबंधित जानकारियां प्राप्त करने के लिए कृषि जागृति चलो गांव की ओर के WhatsApp Group से जुड़े रहे या कृषि संबंधित किसी भी समस्या के जैविक समाधान के लिए हमे WhatsApp करें। धन्यवाद