फॉल आर्मी किट जिसे सैनिक किट भी कहां जाता हैं। यह एक ऐसा किट है जो मक्के की फसल को पूरी तरह से नष्ट करने में सक्षम है। यह किट मक्के के पौधों के लगभग सभी हिस्सो को खा कर चट कर जाते हैं। झुंड में आक्रमण करने एवं तेजी से बढ़ने के कारण यह किट बहुत कम समय में ही मक्के की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा देते हैं। इस कीट से होने वाले मक्के की फसलों को नुकसान एवं इन पर नियंत्रण करने के जैविक तरीके कृषि जागृति के इस पोस्ट से जान सकते हैं।
इस कीट का लार्वा मक्के की पत्तियों को खुरचकर खाते हैं। जिसेसे मक्के की पतियों पर सफेद रंग की धारिया आने लगती हैं।
वयस्क किट मक्के की पतियों के ऊपरी हिस्से, मक्के के दाने एवं उसे ढकने वाली पत्तियों को खा कर फसल को पूरी तरह से नष्ट कर देते हैं।
यदि संभव हो तो इस किट के अंडो को इकठ्ठा कर के नष्ट कर दे।
फिर प्रति एकड़ खेत में 5 से 7 फेरोमोन ट्रैप लगाए। 4 खेत के कौने पर एक बीच में और दो बीच के आजू-बाजू।
प्रति एकड़ खेत में किट लगने के शुरुआती चरण में ही तुरंत जैविक उपचार के लिए 150 लीटर पानी में एक लीटर जी-एनपीके को मिलाकर संध्या के समय स्प्रे करें।
इसके अलावा 150 लीटर पानी में एक लीटर जी डर्मा प्लस को मिलाकर भी स्प्रे कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे ये कार्य तब करे जब किट का प्रकोप प्रारंभिक अवस्था में हो। मध्य अवस्था में किसी रासायनिक कीटनाशकों का छिड़काव कर सकते हैं।
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हमे उम्मीद है कि कृषि जागृति के इस पोस्ट में बताई गई जैविक दवाओं का इस्तेमाल करके फॉल आर्मी किट को मक्के की पूरी फसल में फैलने से बचा सकते हैं। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई हो तो इसे अन्य किसानो के साथ साझा भी करे। इससे जुडे आपने सवाल हमसे WhatsApp के माध्यम से पूछ सकते हैं।