पशु पालन

वर्षा के मौसम में पशुओं को ये बीमारी कर रही है ज्यादा परेशान तो ऐसे करे बचाव!

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krishijagriti5

पशुओं को वर्षा के मौसम में बीमारी ज्यादा परेशान करती है। इस मौसम में गाय-भैंस और भेड़-बकरी की की देखभाल के दौरान बरती गई लापरवाही की वजह से दूध-मीट के उत्पादन पर काफी असर हो सकता है। पशुपालक की सर्तकता उसके पशु को कई तरह के इंफेक्शन से भी बचा सकती है तो आइए जानते हैं कैसे कृषि जागृति के इस पोस्ट में विस्तार से।

जूं और किलनी की परेशानी से कैसे पाएं निजात!

पशुओं के जूं और किलनी होने के दौरान नीम के पत्तों को पानी में उबालकर गाय के शरीर पर स्प्रे करें। या फिर एक कपड़े को नीम के पानी में डालकर कपड़े से पशु को धोना चाहिए। इस उपाय को कई दिनों तक लगातार करने से गाय की जूं और किलनी की परेशानी दूर हो जाती है।

वर्षा के मौसम में हरे चारे से हो जाते हैं पशुओं को दस्त और मरोड़

इस मौसम में पशुओं को दस्त और मरोड़ होने पर वो पतला गोबर करने लगती है। अगर ऐसा हो तो इस दौरान पशुओं को हल्का आहार देना चाहिए जैसे चावल का माड़, उबला हुआ दूध, बेल का गूदा आदि। वहीं साथ ही बछड़े या बछड़ी को दूध कम पिलाना चाहिए।

जैसा कि आप सभी जानते है कि जिस तरह हम मनुष्य दवाइयों पर जीवित है। आज हमने पशुओं के साथ भी वही कर दिया है। आज के पशु भी ज्यादा दवाइयों पर ही जीवित रह रहे हैं। क्योंकि पहले जिस पशुओं की मदद से हम स्वस्थ्य जीवन व्यतीत कर रहे थे। आज वही दवाइयों पर चल रही हैं। क्योंकि उन्हें भी तरह तरह की बीमारियों होने लगी हैं।

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