सैनिक किट को फॉल आर्मी वर्क के नाम से भी जाना जा सकता है। यह किट मक्के की फसल को पूरी तरह नष्ट कर देते हैं। इसलिए इन्हे मक्के के फसलों का सबसे बड़ा दुश्मन भी कहा जाता है। एक मादा किट अपने जीवन काल में 1700 से 2000 अंडे देती हैं। यह इस बात से इसके तेजी से बढ़ने का अंदाजा लगाया जा सकता है। सैनिक किट एक दिन में 100 किलोमीटर तक की यात्रा भी कर सकते हैं। इस कीट से होने वाले मक्के की फसल को नुकसान एवं नियंत्रण करने के बेहतर जैविक उपाएं कृषि जागृति के इस पोस्ट से देख सकते हैं।
यह मक्के के पौधों को लगभग सभी हिस्सो को खा कर चट कर जाते हैं।
इस कीट का लार्वा मक्के की पत्तियों को खुरचकर खाता है। जिससे पतियों पर सफेद रंग की धारिया नजर आने लगती हैं।
इसके वयस्क किट पतियों के ऊपरी हिस्से, मक्के के दाने एवं उसे ढकने वाली पत्तियों को भी खा कर फसल को पूरी तरह से नष्ट कर देते हैं।
मक्के की फसल में सैनिक कीटों को लगने से बचाने के लिए इनके अंडो के समूह को नष्ट कर दे।
प्रति एकड़ खेत में 5 से 7 फेरोमोन ट्रैप लगाने से भी इन किट को कुछ हद तक नियंत्रण किया जा सकता हैं।
या प्रति एकड़ मक्के के खेत में 150 लीटर पानी में एक लीटर जी-एनपीके को मिलाकर किट लगने से पहले या प्रारंभिक अवस्था में ही स्प्रे करें।
इसके अलावा इस किट को नियंत्रण करने के लिए प्रति एकड़ खेत में 100 किलोग्राम नीम की खली मिलाए। ऐसा करने से प्यूपा को वयस्क होने से भी रोका जा सकता है।
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