राजस्थान प्रदेश के अलवर जिले में चालू रबी सीजन में गेहूं की फसल को यूरिया खाद से नाइट्रोजन मिल रहा है। इस बार किसानों तक आवश्यक मात्रा में यूरिया खाद पहुंच रहा है, जिससे वे काफी संतुष्ट नजर आ रहे हैं। किसानों से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस बार यूरिया खाद की कोई कमी नहीं है। गेहूं की फसल में सबसे पहले यूरिया खाद को पानी में मिलाया जाता है। इस प्रक्रिया में किसानों को पिछले साल की तरह कोई दिक्कत नहीं आ रही है।
समिति कर्मचारी ने बताया कि इस बार सभी क्षेत्रों में आवश्यकता के अनुसार यूरिया उर्वरक की आपूर्ति की जा रही है और सभी उर्वरक डिब्बे भरे हुए हैं। गेहूं की फसल में पानी के साथ खाद देने की प्रक्रिया शुरू हो रही है और किसानों की ओर से इसकी मांग दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है। इस बार यूरिया की किल्लत नहीं होने से किसानों को काफी राहत मिली है।
वे अब आसानी से यूरिया खरीद पा रहे हैं और अपनी फसलों की बुवाई और सिंचाई के लिए आवश्यक उर्वरकों को प्राप्त कर पा रहे हैं। इससे उनकी फसलों की पैदावार में भी सुधार होने की उम्मीद है। राजस्थान के कृषि मंत्री लादूराम कस्वां ने कहा कि यूरिया की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि किसानों को यूरिया की कमी नहीं होगी।
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