जैविक खेती

खीरे की फसल में लगे है पत्ती छेदक किट का प्रकोप तो जाने इसे नियंत्रण करने के जैविक विधि!

Published by
krishijagriti5

खीरे की फसल में पत्ती छेदक किट का प्रकोप अधिक होता है। यह किट हरे रंग के होते हैं। इस किट के शरीर पर हल्के हरे से सफेद रंग की धारियां बनी होती है। यह किट बहुत ही कम समय में खीरे की फसल को बहुत अधिक नुकसान पहुंचाते हैं। तो आइए जानते हैं कृषि जागृति के इस पोस्ट में कि खीरे की फसल को क्षति पहुंचाने वाले पत्ती छेदक किट पर नियंत्रण के जैविक विधि क्या है!

खीरा की फसल को पत्ती छेदक किट से होने वाले नुकसान

यह किट खीरे की कोमल पत्तियों को सबसे पहले नुकसान पहुंचाते हैं। जिससे खीरे के पौधों की पत्तियों पर कई तरह के छोटे-बड़े छेद नजर आने लगते हैं।

इस किट का प्रकोप बढ़ने पर खीरे के पौधों की पूरी पत्तियां जालीदार नजर आने लगती है। जिससे प्रभावित पौधों में फूल नहीं आते हैं। जिससे पैदावार में कमी हो जाती है।

खीरे की फसल में लगने वाले पत्ती छेदक किट पर नियंत्रण के जैविक विधि

खीरे की फसल में लगे इस किट पर नियंत्रण के लिए सबसे पहले प्रारंभिक अवस्था में ही 150 लीटर पानी में जी-बायो फॉस्फेट एडवांस को मिलाकर प्रति एकड़ खेत में स्प्रे करें। इसके अलावा 150 लीटर पानी में एक लीटर जी-डर्मा प्लस को मिलाकर प्रति एकड़ खेत में स्प्रे करें। बेहतर परिणाम के लिए 10 दिन बाद पुनः स्प्रे करें।

यह भी पढ़े: खीरे की फसल हो रही है चितकबरा रोग से प्रभावित तो जाने इसे नियंत्रण करने के जैविक विधि!

उम्मीद है की यह जानकारी हमारे किसान भाइयों के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई हो तो इस जानकारी को अन्य किसान मित्रों के साथ साझा करें। जिससे अधिक से अधिक हमारे किसान भाई इस जानकारी का लाभ उठा सकें। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे WhatsApp के माध्यम से पूछ सकते हैं। कृषि संबंधी की भी समस्या के जैविक समाधान के लिए कृषि जागृति चलो गांव की ओर से जुड़े रहें।

Share