खीरे की फसल में पत्ती छेदक किट का प्रकोप अधिक होता है। यह किट हरे रंग के होते हैं। इस किट के शरीर पर हल्के हरे से सफेद रंग की धारियां बनी होती है। यह किट बहुत ही कम समय में खीरे की फसल को बहुत अधिक नुकसान पहुंचाते हैं। तो आइए जानते हैं कृषि जागृति के इस पोस्ट में कि खीरे की फसल को क्षति पहुंचाने वाले पत्ती छेदक किट पर नियंत्रण के जैविक विधि क्या है!
खीरा की फसल को पत्ती छेदक किट से होने वाले नुकसान
यह किट खीरे की कोमल पत्तियों को सबसे पहले नुकसान पहुंचाते हैं। जिससे खीरे के पौधों की पत्तियों पर कई तरह के छोटे-बड़े छेद नजर आने लगते हैं।
इस किट का प्रकोप बढ़ने पर खीरे के पौधों की पूरी पत्तियां जालीदार नजर आने लगती है। जिससे प्रभावित पौधों में फूल नहीं आते हैं। जिससे पैदावार में कमी हो जाती है।
खीरे की फसल में लगने वाले पत्ती छेदक किट पर नियंत्रण के जैविक विधि
खीरे की फसल में लगे इस किट पर नियंत्रण के लिए सबसे पहले प्रारंभिक अवस्था में ही 150 लीटर पानी में जी-बायो फॉस्फेट एडवांस को मिलाकर प्रति एकड़ खेत में स्प्रे करें। इसके अलावा 150 लीटर पानी में एक लीटर जी-डर्मा प्लस को मिलाकर प्रति एकड़ खेत में स्प्रे करें। बेहतर परिणाम के लिए 10 दिन बाद पुनः स्प्रे करें।
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