देशभर की मंडियों में हल्दी की कीमतों में जोरदार उछाल देखने को मिल रही है। महाराष्ट्र की सांगली मंडी में 14 मार्च को हल्दी की अधिकतम कीमत 35,000 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच गई। उसी दिन हल्दी की औसत कीमत 25,000 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज की गई। तेलंगाना की निजामाबाद मंडी के बाद तमिलनाडु की इरोड मंडी देश में हल्दी की दूसरी सबसे बड़ी मंडी है। इरोड मंडी में 18 मार्च को हल्दी की कीमतें 20,000 रुपए प्रति क्विंटल को पार कर गई और कीमतों ने अब तक के उच्चतम स्तर को छू लिया।
हालांकि, उस दिन इरोड मंडी में हल्दी का औसत भाव 16,773 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज की गई। दि न्यू इंडिअन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक इरोड मंडी का संचालन साल 1994 में शुरू हुआ था। तब से लेकर अब तक हल्दी की कीमतों ने पहली बार 20,000 रुपए प्रति क्विंटल के स्तर को पार कर लिया है। इससे पहले साल 2010-11 में हल्दी की कीमतों ने 17,500 रुपए प्रति क्विंटल का उच्चतम स्तर छुआ था। उसके बाद यह पहली बार हो रहा हैं, जबकि हल्दी की कीमतों में इतनी तेजी देखने को मिल रही है।
इरोड हल्दी व्यापारी और गोदाम मालिक संघ के सचिव एम सत्यमूर्ति ने दि न्यू इंडिअन एक्सप्रेस को बताया कि जिले के इतिहास में पहले कभी भी ताजा हल्दी की कीमतों ने 20,000 रुपए प्रति क्विंटल के स्तर को नहीं छुआ था। हालांकि अब कीमतों ने 20,500 रुपए प्रति क्विंटल का नया उच्चतम स्तर दर्ज कर दिया है। बागवानी और वृक्षारोपण फसलों से जुड़े अधिकारियों ने कहां, हल्दी की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते इस साल अधिकतर किसानों द्वारा इसकी खेती की जाने की उम्मीद है। हल्दी बीज की कीमत 15 से 20 रुपए से बढ़ाकर 45 रुपए प्रति किलोग्राम हो गई है।
यह भी पढ़े: 2 लाख तक का केसीसी लोन इन किसानों का होगा माफ, जाने क्या आप भी है शामिल!
जागरूक रहिए व नुकसान से बचिए और अन्य लोगों के जागरूकता के लिए साझा करें एवं कृषि जागृति, स्वास्थ्य सामग्री, सरकारी योजनाएं, कृषि तकनीक, व्यवसायिक एवं जैविक खेती संबंधित जानकारियां प्राप्त करने के लिए कृषि जागृति चलो गांव की ओर के WhatsApp Group से जुड़े या कृषि संबंधित किसी भी समस्या के जैविक समाधान के लिए हमे WhatsApp करें। धन्यवाद