हिमाचल प्रदेश के कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने बताया कि प्रदेश में जनवरी, 2024 से गोबर खरीद योजना शुरू की जायेगी। इस योजना के अंतर्गत राज्य सरकार किसानों से गोबर खरीदेगी करेगी। मंत्री चंद्र कुमार ने कृषि और पशुपालन विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहां कि इस योजना को धरातल पर उतारने के लिए कृषि एवं पशुपालन विभाग सभी तैयारियां कर रहा है। इस योजना का क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए पशुपालन विभाग और कृषि विभाग के दो नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं।
इस योजना के बारे में जानकारी देते हुए कृषि मंत्री ने बताया कि योजना के अंतर्गत आरंभिक चरण में एक ब्लॉक में 250 किसानों को पंजीकृत किया जाएगा। छोटे, सीमांत और प्रगतिशील किसानों को लाभावंती करने के उद्देश्य से उनके कलस्टर बनाए जायेंगे। क्लस्टर में सम्मिलत किसानों को कृषि के साथ-साथ मुर्गी पालन, मौन पालन जैसे संबद्ध क्षेत्रों को अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा और 3 से 5 रुपए प्रति किलोग्राम गोबर सरकार द्वार खरीदा जायेगा किसानों से।
कृषि मंत्री ने कहां कि किसानों से खरीदे गए गोबर का भण्डारण किया जाएगा और बागवानी, कृषि क्षेत्र और नर्सरी क्षेत्र को इसकी आपूर्ति की जायेगी। उन्होंने कहां कि किसानों द्वारा उत्पादित जैविक फसलों को आकर्षक दाम पर खरीदा जायेगा। हिमाचल प्रदेश सरकार ने इस योजना को शुरू करने का उद्देश्य किसानों की आय बढ़ाना और पर्यावरण को स्वच्छ रखना है। गोबर एक महत्वपूर्ण जैविक खाद है। यह मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा, यह पर्यावरण को प्रदूषित होने से भी बचाता है।
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