जैसा कि आप सभी जानते हैं कि बिहार एक कृषि प्रधान राज्य है जहां 80 प्रतिशत से अधिक लोग कृषि पर निर्भर हैं। इसलिए इस राज्य के किसानों को मसालों की खेती करने के लिए शिक्षा विभाग की ओर से सब्सिडी प्रदान की जाएगी। अगर हम भागलपुर जिले की बात करें तो वहां के किसान बड़ी मात्रा में धनिया की खेती करते हैं, लेकिन अब वहां के किसान सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी के तहत मसाले की खेती करेंगे। सरकार की इस पहल का मकसद है कि राज्य के किसान पारंपरिक फसलों के साथ-साथ मसालों की खेती को भी बढ़ावा दें।
सब्सिडी का लाभ उठाने के लिए बिहार के किसानों को बागवानी वेबसाइट पर जाकर पंजीकरण कराना होगा। इसके लिए जमीन का निबंधन भी जरूरी होगा। खास बात यह है कि किराए पर जमीन लेकर खेती करने वाले किसान भी इस सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं। हालांकि, इसके लिए किसानों के पास किसान पंजीकरण संख्या होना जरूरी है।
इसके लिए विभाग प्रति हेक्टेयर 15000 रुपये की सब्सिडी देगा।आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 दिसंबर, 2023 है। इस योजना का लाभ लेने के लिए किसान के पास कम से कम 0.5 हेक्टेयर और अधिकतम 4 हेक्टेयर भूमि होनी चाहिए। आवेदन करने के लिए किसान को अपनी आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक खाते की पासबुक, जमाबंदी की कॉपी और अन्य आवश्यक दस्तावेजों की प्रतियां लगानी होगी।
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