शुष्क मौसम के कारण अगस्त के पहले दो हफ्तों के दौरान देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से 36 प्रतिशत कम बारिश हुई है। जबकि उत्तर पश्चिम, मध्य और दक्षिण क्षेत्रों में 70 प्रतिशत तक कम बारिश हुई है।
चालू खरीफ सीजन में सामान्य क्षेत्र के 90 प्रतिशत हिस्से में बुधवार पूरी हो चुकी है। फिलहाल असम में जूट पर जूट हेयरी कैटरपिलर, पंजाब में कपास पर गुलाबी बॉलवॉर्म, सफेद मक्खी, थ्रिप्स और जैसिड्स और धान पर स्टेम बोरर, महाराष्ट्र में मक्का पर फॉल आर्मी वर्म जैसे कीटों को छोड़कर फसलों के लिए कोई बड़ी चिंता की बात नहीं हैं।
बिहार में इस महीने 36 फीसदी अतिरिक्त बारिश हुई है। जिससे बारिश की कमी घटकर 30 फीसदी पर आ गई है। आपको बता दें कि 31 जुलाई तक बिहार में सामान्य से 48 प्रतिशत कम बारिश हुई थी। पूर्वी उत्तर प्रदेश में 1 से 14 अगस्त के दौरान सामान्य से 23 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई हैं।
मौसम विभाग ने कहां है कि वर्तमान में हिमालय की तलहटी और उससे सटे इलाकों में मानसून सक्रिय है और इसके धीरे धीरे दक्षिण की ओर स्थानांतरित होने और 18 अगस्त से अपनी सामान्य स्थिति के करीब रहने की संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक छत्तीसगढ़ में 17 से 19 अगस्त तक गरज और बिजली के साथ हल्की से मध्यम और कुछ जगहों पर व्यापक बारिश के आसार है। इसके अलावा 19 अगस्त को तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भी भारी वर्षा की संभावना हैं।
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