लीची की खेती भारत के कई राज्यों की जा रही है। लीची का फल अपने आकर्षक रंग, स्वाद और गुणवत्ता के कारण अपनी विशिष्ट स्थान बनाए हुए है। लीची उत्पादन में भारत का विश्व में चीन के बाद दूसरा स्थान है। लीची का पौधा एक बार लगाने के बाद लगातार कई वर्षों तक फल … [Read more...]
लीची के फल की तुड़ाई उपरांत खाद एवं उर्वरक का प्रयोग कितना एवं कैसे करें?
यदि आपके लीची के फल का पेड़ 15 वर्ष या 15 वर्ष से ज्यादा है तो उसमे 500 से 550 ग्राम डाइअमोनियम फॉस्फेट, 850 ग्राम यूरिया एवं 750 ग्राम म्यूरेट ऑफ़ पोटाश एवं 25 किग्रा खूब अच्छी तरह से सडी गोबर की खाद पौधे के चारों तरफ मुख्य तने से 2 मीटर दूर रिंग बना … [Read more...]
लीची के फल की तुडाई के बाद क्या करें?
लीची के फल अपने आकर्षक रंग, स्वाद और गुणवत्ता के कारण भारत में भी नही बल्कि विश्व में अपना विशिष्ट स्थान बनाए हुए है। लीची उत्पादन में भारत का विश्व में चीन, ताइवान के बाद तीसरा स्थान है। वर्ष 2020 से 21 के आंकड़े के अनुसार भारत में 98 हजार हेक्टेयर … [Read more...]
आम एवं लीची की नवजात टहनियों के सूखने का कारण शाखा छेदक कीट को कैसे करें प्रबंधित?
आम एवं लीची की टहनियों में छेद करने वाला च्लुमेटिया ट्रांसवर्सा, यूटेलीडे परिवार का एक कीट है। इस प्रजाति का वर्णन सर्वप्रथम 1863 में फ्रांसिस वॉकर ने किया था। इस कीट के लार्वा आम एवं लीची के पेड़ की नई शाखाओं में छेद कर देते हैं।जिसकी वजह से … [Read more...]
लीची के फल की तुड़ाई के बाद इसमें लगने वाले प्रमुख कीटों का प्रबंधन अगले साल अच्छी फलन के लिए है बहुत ज़रूरी
लीची के फल बिहार का प्रमुख फल है। इसे प्राइड ऑफ बिहार भी कहते है। यह फलों की रानी है। इसमें बीमारियां बहुत कम लगती हैं। लीची की सफल खेती के लिए आवश्यक है की इसमें लगने वाले प्रमुख कीटों के बारे में जाना जाय, क्योंकि इसमें लगने वाले कीटों कि लिस्ट … [Read more...]