पपीते के पत्ते का कर्ल (पर्ण कुंचन) रोग बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके परिणामस्वरूप संक्रमित पपीता के पौधे बहुत ज्यादा खराब हो जाते है एवं इसमे फल नहीं लगते हैं। इस प्रकार से रोगग्रस्त पौधे जल्दी नहीं मरते, कभी ठीक नहीं होते और यदि उन्हें खेत में … [Read more...]
किसानों को मिलेगा गुलाबी सुंडी से हुए कपास फसलों के नुकसान का मुआवजा।
किसानों को मिलेगा, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश के जिन जिलों में गुलाबी सुंडी से कपास की फसल को हुए नुकसान की भरपाई के लिए क्षतिपूर्ति पोर्टल को खोल दिया गया है और साढ़े 7 हजार से 15 हजार रुपए प्रति एकड़ की दर से मुआवजा दिया … [Read more...]
रस्ट रोग अंजीर की प्रमुख समस्या को कैसे करें प्रबंधन?
यह एक कवक रोग है जिसे फिग रस्ट रोग कहते है, जो फंगस सेरोटेलियम फिक्की के कारण होता है। यह रोग केवल पत्तियों पर होता है और फल को इस रोग से कोई नुकसान नहीं होता है। इस रोग के रोगकारक आमतौर पर पहले छोटी पत्तियों पर हमला करते है, फलस्वरूप पीले धब्बे … [Read more...]
कवकनाशी द्वारा पपीता का तना गलन या कॉलर रॉट रोग का प्रबंधन
गंभीर मामलों में या निवारक उपाय के रूप में, कॉलर रोट नियंत्रण के लिए पंजीकृत कवकनाशी लागू करें। अपने क्षेत्र के लिए सबसे उपयुक्त और प्रभावी कवकनाशी द्वारा पपीता तना गलन को निर्धारित करने के लिए स्थानीय कृषि अधिकारियों या विशेषज्ञों से परामर्श करें। … [Read more...]
पपीता का तना गलन या कॉलर रॉट रोग का प्रबंधन
पपीता का तना गलन एक महत्पूर्ण रोग है ,जो बरसात के मौसम में कुछ ज्यादा ही देखने को मिलता है। इस रोग के लिए एक से अधिक रोगकारक जिम्मेदार हो सकते है यथा पाइथियम अफेनिडर्मेटम, राईजोक्टोनिया सोलानी या फाईटोप्थोरा पाल्मीवोरा इत्यादि से फैलता है। तना गलन … [Read more...]