यह केला उत्पादन की एक नयी विधि है। इसमें उत्पादन बढ़ाने हेतु प्रति इकाई क्षेत्रफल केला के पौधों की संख्या बढ़ाने की सलाह दी जाती है। इस विधि में उत्पादन तो बढ़ता ही है, लेकिन खेती की लागत भी घटती है। उर्वरक एवं पानी का समुचित एवं सर्वोत्तम उपयोग हो जाता … [Read more...]
केला रोपण का समय भी निर्धारित करता है की उपज एवं लाभ कितना होगा।
केला की खेती में केला रोपण का समय बहुत महत्वपूर्ण है। बहुत सारे कारकों में से एक, केला रोपण समय निर्धारित करता है की उपज कितना होगा एवं उपज से कितना लाभ मिलेगा। बिहार में यदि केला छठ के समय तैयार होता है तो अधिकतम लाभ मिलता है जबकि इसके विपरित जब … [Read more...]
केला लगाने में 45 से 50 दिन की देरी हो तो तुरंत हरी खाद वाली फसलें लगाए।
हरी खाद, लगातार बढ़ते रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग से मिट्टी की उर्वरकता घटती जा रही है। ऐसे में किसान इस समय हरी खाद का प्रयोग करके न केवल अच्छा उत्पादन पा सकते हैं, साथ ही मिट्टी की उर्वरा शक्ति भी बढ़ाई जा सकती है। आजकल गेहूं की फसल कट चुकी है। … [Read more...]