महाराजगंज, उत्तर प्रदेश जिले के क्षेत्र में गेहूं की बुआई के समय डीएपी व यूरिया उर्वरक की कमी से किसानों की स्थिति कठिन होती जा रही है। इसके चलते बाजार में कालाबाजारी शुरू हो गई है। आपको बता दे विभिन्न चौराहों पर 1350 रुपए की डीएपी खाद निजी दुकानों पर 1600 रुपए में बेची जा रही है। समस्या यह भी है कि खाद दुकानदार इसे 250 से 300 रुपए तक ऊंचे दाम पर बेच रहे हैं।
किसान ने बताया कि वह डीएपी खाद खरीदने के लिए खाद की दुकान पर गया था, जहां अंगूठे के सत्यापन के बाद उसे पर्ची मिली। लेकिन दुकानदार ने उनसे 1600 रुपये मांगे। उन्होंने आगे बताया कि उनके खेत में बुआई हो चुकी है और अब खाद की कमी के कारण बुआई करने में देरी हो रही है। कृषि विभाग के प्रबंधक ने बताया कि एक माह से रैक नहीं लगने के कारण डीएपी व यूरिया खाद नहीं मिल पा रही है। इस पर इफको के मैनेजर ने बताया कि हमारे पास साढ़े सात सौ पैकेट डीएपी और छह पैकेट यूरिया खाद है।
वह मांग आगे भी की गई है। जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि एमआरपी से अधिक कीमत पर उर्वरक बेचना कानूनी रूप से गलत है और इसकी नियमित जांच की जा रही है। कृषि विभाग द्वारा कार्रवाई के बाद, अधिक कीमत पर उर्वरक बेचने वाले व्यक्ति या संस्था को जुर्माना भरने के लिए नोटिस जारी किया जाएगा। यदि व्यक्ति या संस्था जुर्माना नहीं भरता है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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