झारखंड के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन की उपस्थिति में कृषि विज्ञान केंद्र, खूंटी एवं भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि उच्चतर प्रसंस्करण संस्थान, रांची द्वारा आयोजित किए गए तीन दिवसीय मेले का समापन हुआ। सी.पी. राधाकृष्णन ने कहां कि इस प्रकार के आयोजनों से निश्चित ही क्षेत्र के किसानों को कृषि के क्षेत्र में हो रहे नए प्रयोग, विकास, नवीनीकरण तथा अनुसंधानों के बारे में जानने का अवसर प्राप्त होता है। किसानों को इस प्रकार के कार्यक्रमों से लाभ उठाने का पूरा प्रयास करना चाहिए।
ताकि जिन उद्देशयों से ऐसे कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है, सिद्धि हो सकें। उन्होंने इस अवसर पर उपस्थित वैज्ञानिकों एवं नीति निर्धारकों से आग्रह किया कि वह किसानों के लिए उच्च मूल्य वाली फसल किस्मों को विकसित करें। जिससे किसानों की आय वृद्धि में और सहायता हो। उन्होंने कहां कि किसानों की समस्याओं को हल करने के लिए राजभवन के द्वारा सदा खुले रहेंगे।
तीन दिवसीय मेले में किसानों को सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी गई। इसमें खेती से संबंधित विभिन्न विषयों ( उन्नत कृषि पद्धति, बागवानी, रेशम किट पालन, पशुपालन, मत्स्यपालन, कृषि योजनाओं, मधुमक्खी पालन, लाख एवं तसर उत्पादन इत्यादि) पर किसान गोष्ठियों का आयोजन किया गया। राज्यपाल राधाकृष्णन ने 5 फरवरी 2024 को रांची में आयोजित तीन दिवसीय पूर्वी क्षेत्र किसान मेले के समापन समारोह में यह बात कही।
राज्यपाल राधाकृष्णन ने 5 फरवरी 2024 को रांची में आयोजित तीन दिवसीय पूर्वी क्षेत्र किसान मेले के समापन समारोह में यह बात कही। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र देश की अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है और किसानों की आय में वृद्धि करना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों को ऐसी किस्में विकसित करनी चाहिए जो कम लागत में अधिक उत्पादन दें और बाजार में अच्छी कीमत पर बिक सकें। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को नई तकनीकों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है और उन्हें आर्थिक सहायता भी प्रदान कर रही है।
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