कृषि मंत्रालय ने विभिन्न बागवानी फसलों के क्षेत्र और उत्पादन का दूसरा अग्रिम अनुमान जारी कर दिया है। इसके मुताबिक, देश में साल 2023-24 के दौरान बागवानी फसलों का उत्पादन 3522.3 लाख टन आंका गया है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, बागवानी उत्पादन में पिछले साल की तुलना में लगभग 32.51 लाख टन की कमी आने की संभावना है। फलों का उत्पादन 1126.3 लाख टन रहने की उम्मीद है, जबकि सब्जियों का उत्पादन लगभग 2049.6 लाख टन आंका गया है।
फलों में केला, नींबू, आम, अमरूद और अंगूर के उत्पादन में वृद्धि देखने को मिल सकती है, जबकि सेब और अनार का उत्पादन घटने की उम्मीद है। सब्जियों की बात करे तो लौकी, करेला, गोभी, फूलगोभी, कद्दू, टैपिओका, गाजर और टमाटर के उत्पादन में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है, जबकि प्याज, आलू, बैंगन और अन्य सब्जियों के उत्पादन में कमी आ सकती हैं।
प्याज के उत्पादन में भारी कमी देखने को मिल रही है। इस वर्ष प्याज का उत्पादन 242.12 लाख टन रहने की उम्मीद है, जो पिछले वर्ष के 302.08 लाख टन के मुकाबले लगभग 60 लाख टन कम है।आलू का उत्पादन लगभग 567.62 लाख टन आंका गया है, जो पिछले साल की तुलना में लगभग 34 लाख टन कम है।
बिहार और पश्चिम बंगाल जैसे प्रमुख उत्पादक राज्यों में उत्पादन घटने से आलू का कुल उत्पादन प्रभावित हुआ है। सब्जियों में तीसरी प्रमुख फसल टमाटर के मोर्चे पर थोड़ी राहत भरी खबर है। टमाटर का उत्पादन लगभग 212.38 लाख टन होने की उम्मीद है, जो पिछले वर्ष के लगभग 204.25 लाख टन के मुकाबले 3.98 प्रतिशत अधिक हैं।
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