हमारे देश में खरीफ मौसम में सबसे ज्यादा धान की खेती की जाती हैं। खेत तैयार करने से लेकर फसल की कटाई तक किसानो को कई तरह के कृषि कार्य करने होते हैं। इनमे पौधों की रोपाई में समय एवं मजदूरों पर होने वाली लागत को कम करने के लिए किसान इस राइस ट्रांसप्लांटर मशीन का प्रयोग कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं कृषि जागृति के इस पोस्ट में राइस ट्रांसप्लांटर कृषि यंत्र के बारे में विस्तार से!
यह एक आधुनिक कृषि यंत्र है जिसके द्वारा धान के पौधों की रोपाई बड़ी आसानी से की जाती हैं। इसकी मदद से एक बार में 4 से 8 पंक्तियों में पौधों की रोपाई की जा सकती हैं।
बाजार में कई तरह के राइस ट्रांसप्लांटर मशीन उपलब्ध हैं। जिनमे जापानी पेडी प्लांटर, सेल्फ, प्रोपेल्ड मशीन, महिंद्रा एंड महिंद्रा पैडी प्लांटर एवं आरसी एग्रो पैडी प्लांटर शामिल हैं।
इस मशीन से केवल 2 से 3 घंटो में ही प्रति एकड़ खेत में धान के पौधों की रोपाई की जा सकती हैं। समय की काफी बचत होती हैं। धान की रोपाई के लिए मजदूरों पर होने वाले खर्च में काफी कमी आती हैं।
सभी कतार एवं पौधों के बीच एक समान दूरी होती हैं। पैदावार में 10 से 12 प्रतिशत तक बढ़ोतरी होती हैं। इस कृषि यंत्र के द्वारा खरपतवारो पर नियंत्रण करने में भी काफी सहायता होती हैं।
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