केंद्रीय सरकार ने अगस्त 2021 में राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन ऑयल पाम का शुभारंभ किया था। देश में पाम की खेती के तहत क्षेत्र को 10 लाख हेक्टेयर तक बढ़ाने और वर्ष 2025-26 तक कच्चे पाम तेल का उत्पादन 11.20 लाख टन तक बढ़ाने के उद्देश्य से इसकी शुरुआत की गई थी।
अब राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन ऑयल पाम के तहत राज्य सरकारों ने ऑयल पाम प्रसंस्करण कंपनियों के साथ मिलकर एक मेगा ऑयल पाम पौधारोपण अभियान शुरू किया है, ताकि देश में ऑयल पाम के उत्पादन को और भी बढ़ाया जा सके। यह मेगा पौधरोपण अभियान 25 जुलाई 2023 शुरू हुआ है और 12 अगस्त 2023 तक जारी रहेगा।
आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, ओडिशा, गोवा, असम, त्रिपुरा, कर्नाटक, नागालैंड, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश जैसे देश के प्रमुख पाम उत्पादक राज्य इस पहल में भाग ले रहा हैं। असम, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम और नागालैंड में यह अभियान 27 जुलाई 2023 को शुरू हुआ और 12 अगस्त 2023 तक जारी रहेगी। जिसमें 19 जिलों के 750 हेक्टेयर से ज्यादा रकबे में पौधरोपण किया जाएगा।
असम सरकार मेगा पौधरोपण अभियान के दौरान आठ जिलों में 75 हेक्टेयर से ज्यादा रकबे में ऑयल पाम की खेती करने का लक्ष्य लेकर चल रही है। राज्य के लिए इस अभियान में भाग लेने वाली कंपनियां में गोदरेज एग्रोवेट लिमिटेड, पतंजलि फूड्स प्राइवेट लिमिटेड, 3 एफ ऑयल पाम लिमिटेड और कई कल्टीवेशन शामिल हैं।
अरुणाचल प्रदेश सरकार ने अपने छः जिलों में लगभग 700 हेक्टेयर रकबे में ऑयल पाम का पौधरोपण करने का लक्ष्य लेकर चल रही हैं। राज्य के लिए इस अभियान में भाग लेने वाली कंपनियों में 3 एफ प्राइवेट लिमिटेड और पतंजलि फूड्स प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं।
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