आम की खेती एक लाभदायक व्यवसाय हो सकता है, लेकिन इसमें कुछ जोखिम भी शामिल हैं। आम की खेती के लिए, आपको एक उपयुक्त जलवायु, मिट्टी और पौधे की किस्मों का चयन करना होगा। आपको आम के पौधों को नियमित रूप से पानी देना होगा। उन्हें खाद देनी होगी और उन्हें कीटों और बीमारियों से बचाना होगा।
आम के पौधे आमतौर पर चार से पांच साल में फल देना शुरू कर देते हैं। एक आम के पेड़ से प्रति वर्ष लगभग 100 से 200 किलोग्राम फल प्राप्त किए जा सकते हैं। आम के फल का बाजार मूल्य प्रति किलोग्राम लगभग 30 से 50 रुपये प्रति किलोग्राम है। इसलिए, एक आम के पेड़ से प्रति वर्ष लगभग 6000 से 10,000 रुपये का लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
आम की खेती के लिए कुछ जोखिम भी हैं। आम के पौधे सूखे, बाढ़ और कीटों और बीमारियों के प्रति संवेदनशील होते हैं। इसलिए, आम के पौधों को इन जोखिमों से बचाने के लिए उचित प्रबंधन करना आवश्यक है।
यदि आप आम की खेती करना चाहते हैं, तो आपको इन बातों का ध्यान रखना चाहिए:
उपयुक्त जलवायु चुनें: आम के पौधे उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय जलवायु में सबसे अच्छे फल देते हैं।
उपयुक्त मिट्टी चुनें: आम के पौधे अच्छी तरह से सूखा हुआ, दोमट मिट्टी में सबसे अच्छे फल देते हैं।
उपयुक्त किस्म का चयन करें: भारत में आम की कई किस्में हैं। आप अपनी जलवायु और मिट्टी के अनुरूप एक किस्म का चयन करें।
आम के पौधों को नियमित रूप से पानी दें: आम के पौधों को अच्छी तरह से पानी देना आवश्यक है, खासकर गर्मियों के महीनों में।
आम के पौधों को नियमित रूप से खाद दें: आम के पौधों को अच्छी तरह से पोषण देने के लिए उन्हें हर साल खाद देनी चाहिए।
आम के पौधों को कीटों और बीमारियों से बचाएं: आम के पौधे कीटों और बीमारियों के प्रति संवेदनशील होते हैं। इसलिए, उन्हें कीटों और बीमारियों से बचाने के लिए उचित प्रबंधन करना आवश्यक है।
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