नमस्कार किसान भाइयों, एक किसान भाई का द्वारा पूछा गया कि उनकी सरसों की फसल की ऊपरी की पत्तियां पीली हो रही हैं तो इसका जैविक समाधान बताने के लिए तो हम कृषि जागृति के इस पोस्ट में इसके नियंत्रण करने के बारे में बताने जा रहे हैं, तो चलिए जानते है। सबसे पहली बात कहें तो आपको बता देना चाहते हैं आप सरसों की खेती करें तो सबसे पहले आप तीन कार्य जरूर करें। सबसे पहले मिट्टी को उपचारित करें, फिर बीज को उपचारित करें, फिर बुवाई करें।
अगर अपने ये कार्य किए है तो सरसों की फसल में कोई भी रोग लगने के कम उम्मीद होती है। अगर आप ये कार्य नहीं करते है तो आपके फसल में रोग लगने की उम्मीद ज्यादा होती हैं। खैर चलो हम अब सरसों की फसल की ऊपर की पत्तियां जिन किसान भाइयों की पीली हो रही है तो इसका तीन कारण हो सकता है। पहला की अपने अभी फसल सिंचाई नहीं की है। दूसरा अपने फसल की सिंचाई कर दी है, लेकिन अपने फसल में ज्यादा उर्वरक-खाद डाल दी हो।
तीसरा आपको बता दें की जब आप सरसों की फसल की सिंचाई करते हैं तो शुरू में स्वयं ऊपर की पत्तियां पीली होती हैं और बाद में हरी हो जाती हैं। अगर अपने फसल की सिंचाई नहीं की है और पत्तियां पीली हो रही है तो सबसे पहले आप सिंचाई करें। इसके लिए आपको 100 से 150 किलोग्राम 12 माह पुरानी सड़ी हुई गोबर की खाद या वर्मी कंपोस्ट के साथ जी-प्रोम एडवांस, जी-सी पावर मिलाकर कर प्रति एकड़ खेत में छिड़काव कर सिंचाई करें।
अगर आपके पास ये जैविक उर्वरक उपलब्ध नहीं हो पा रहे है तो आप 25 किलोग्राम यूरिया, 15 किलोग्राम डीएपी, 10 किलोग्राम जाइम मिलाकर प्रति एकड़ खेत में छिड़काव कर सिंचाई करें। सिंचाई के एक सप्ताह बाद 15 मिली जी-बायो फॉस्फेट एडवांस को 15 लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे करें। प्रति एकड़ खेती के लिए 75 लीटर पानी की जरूरत पड़ती है।
अगर अपने खाद-उर्वरक डाल कर सिंचाई कर दी है और फसल की ऊपरी पत्तियां पीली हो रही है तो तब आप इसके लिए 20 मिली जी बायो फॉस्फेट एडवांस को 15 लीटर पानी के टैंक में मिलाकर स्प्रे करें। बेहतर परिणाम के लिए एक सप्ताह बाद फिर से स्प्रे करें। ध्यान रहे प्रति एकड़ खेत के लिए 75 लीटर पानी की जरूरत पड़ती हैं।
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