गेहूं की जैविक खेती करने के लिए हमारे किसान भाइयों को इन चार चरणों का पालन करना होगा। जिसमे पहला चरण है खेत की मिट्टी को उपचारित करना। मिट्टी को उपचारित करने के लिए आप 100 से 150 किलोग्राम 12 माह पुरानी सड़ी हुई गोबर के खाद या वर्मी कंपोस्ट में 10 किलोग्राम जी-सी पावर, जी-प्रोम एडवांस, जी-वैम और एक लीटर जी बायो फॉस्फेट एडवांस को मिला कर खेत में छिड़काव करें।
दूसरे चरण में आप उच्च गुणवत्ता के बीच प्राप्त करना होता है जो आप अपने घर का बीज भी ले सकते है या किसी कंपनी का बीज भी ले सकते हैं या आप अपने किसी किसान मित्र से भी प्राप्त कर सकते हैं बेसर्ते गेहूं की बीज मुई हुई ना हो। तीसरे चरण में बीज को उपचारित करना होता है जो आप किसी जैविक कीटनाशक से या आप 10 मिली जी-बायो फॉस्फेट एडवांस प्रति किलोग्राम बीज में मिला कर उपचारित करें। बीज उपचारित करने के बाद 30 मिनट तक किसी छायादार स्थाप पर हवा लगने दें फिर आप चौथे चरण में गेहूं की बीज की बुवाई करें।
बिजाई करने से पहले खेत को अच्छी तरह से जुताई करें। पहली जुताई कर आप अपने खेत की मिट्टी को उपचारित करें जो हमने ऊपर बता दिया है कैसे करनी हैं। मिट्टी उपचार करने के बाद बीज बुवाई से पहले फिर जुताई कर ले फिर बुवाई करें। अगर आप रासायनिक विधि से मिट्टी को उपचारित करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको 25 किलोग्राम यूरिया, 15 किलोग्राम डीएपी, 10 किलोग्राम जाइम मिलाकर कर प्रति एकड़ खेत में छिड़काव कर कर एक दिन के लिए खेत को खुला छोड़ कर जुताई करें फिर बुवाई करें।
Not: गैलवे कृषम के सभी जैविक उत्पाद की खासियत यह है कि ये ईको फ्रेंडली हैं और मनुष्यों, पशुओं, पक्षियों तथा पर्यावरण के लिए बिल्कुल हानिकारक नहीं हैं।
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