दूध की लगातार बढ़ती खपत, आज भी युवाओं को इस व्यवस्था से जुड़ने के लिए प्रेरित कर रही हैं। अगर आप भी जुड़े हैं इस व्यवसाय से तो कृषि जागृति के इस पोस्ट के मध्यम से पशुपालकों के द्वारा पूछे जाने वाले कुछ महत्वपूर्ण सवालों के जवाब पता कर सकते हैं।
केवल ग्रामीण क्षेत्रों में ही नहीं, शहरी क्षेत्रों में भी पशुपालन एक महत्वपूर्ण व्यवसाय है। यह मानव समुदाय के लिए आर्थिक स्थिरता, रोजगार के अवसर और ग्रामीण विकास का एक महत्वपूर्ण स्रोत होता हैं। लेकिन पशुपालन से पहले कई बातों की जानकारी होना बहुत जरूरी हैं।
पशुओं को विभिन्न रोगों से बचाने के लिए नियमित टीकाकरण कराए। पशुओं के लिए संतुलित आहार एवं स्वच्छ पानी की व्यवस्था करें। पशु आवास को आरामदायक बनाए। पशुओं को नियमित रूप से घुमाए। इस तरह आप पशुओं के बेहतर स्वास्थ्य को सुनिश्चित कर सकते हैं।
घर पर पशु आहार तैयार किया जा सकता हैं। लेकिन घर के बने आहार में सभी पोषक तत्व संतुलित मात्रा में नहीं होते हैं। यदि सभी पोषक तत्व संतुलित मात्रा में है तब भी उसे तैयार करने की लागत बढ़ जाती हैं। ऐसे में पशुओं को बाजार में मिलने वाले कंपाउंड फीड खिलाए।
ब्रुसेला, लिसिटरिया, केलामैडिया जैसे रोग पशुओं की प्रजनन क्षमता को प्रभावित करते हैं। इसके अलावा संतुलित आहार की कभी भी इस समस्या को दावत देती हैं।
हरे चारे के आभाव में आप पशुओं के आहार में दानों की मात्रा को बढ़ा सकते हैं। लेकिन ऐसा करने से पहले पशु के डॉक्टर से सलाह लेना न भूलें। इसके अलावा आप है या साइलेज बना कर भी हरे चारे की कमी को पूरा कर सकते हैं।
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