कृषि समाचार

देश के इस राज्य में 5 रुपए प्रति किलोग्राम प्याज बेचने पर मजबूर हुए किसान!

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krishijagriti5

प्याज के दाम आसमान पर चढ़ रहे है। अब प्याज की नई फसल आने के बाद खुले बाजार में प्याज की गिरती कीमतों ने किसानों को बेचैन कर रखा है। केंद्र सरकार ने पांच माह से प्याज के निर्यात पर लगे प्रतिबंध को हटाकर काफी हद तक किसानों को राहत देने का प्रयास किया है। लेकिन अच्छा दाम नहीं मिलने से किसान परेशान हो रहे है।

आपको बतादें कि महाराष्ट्र की मुख्य फसल प्याज के दाम में भारी गिरावट हुई है। अधिकांश बड़े प्याज उत्पादक जिलों की मंडियों में किसानों को 1, 2, 3, 4 और 5 रुपए प्रति किलोग्राम का ही रेट मिल रहा है। इस सीजन में किसानों को इतना कम दाम मिलने का कारण निर्यात बन्दी को बताया जा रहा है। केंद्र सरकार ने प्याज की महंगाई को कम करने के लिए 7 दिसंबर 2023 से प्याज के निर्यात पर रोक लगाई हुई है।

पहले जो आदेश आया था उसके अनुसार निर्यात बन्दी 31 मार्च 2024 तक लागू थी, लेकिन सरकार ने उससे पहले ही इसे अनिश्चित काल के लिए बढ़ा दिया। अब देखना ये है की क्या सरकार के इस फैसले से वाकई प्याज की खेती किए हुए किसानों को इसके मूल्य में वृद्धि देखने को मिलेगी। लेकिन अफसोस ऐसा नहीं है। किसान अपने प्याज को 1, 2, 3, 4 और 5 रुपए प्रति किलोग्राम बेचने पर मजबूर हो गए हैं।

वैसे भारत के खुदरा बाजारों में प्याज की कीमत 20 से 25 रुपए प्रति किलोग्राम है। इसके हिसाब से किसानों का प्याज का थोक भाव कम से कम 10 से 15 रुपए किलोग्राम मिलना चाहिए। नहीं तो प्याज की खेती करने वाले किसानों को कोई फायदा होने वाला नहीं हैं। क्योंकी 1, 2, 3, 4 और 5 रुपए प्याज बेचने पर किसानों की फसल की लागत भी नहीं निकलेगी। आमदनी होने की तो दूर की बात हैं।

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