हमारे किसान भाइयों अगर सालों साल के हर महीने अच्छी कमाई करना चाहते हैं तो करे हर महीने इस सब्जियों की खेती। वैसे तो सारी फसलों का अपना अगल-अलग समय होता है, लेकिन उसके बावजूद भी हमारे किसान भाई पूरे 12 माह सब्जियों की खेती कर सालाना फायदा उठा सकते हैं, तो आइए जानते हैं की पूरे साल के हर महीने में आप किस तरह की सब्जियों की खेती कर सकते हैं।
जनवरी में: राजमा, शिमला मिर्च, मूली, पालक, चप्पन कद्दू इत्यादि।
फरवरी में: राजमा, शिमला मिर्च, खीरा व ककड़ी, लोबिया, करेला, लौकी, तुरई, पेठा, खरबूज, पालक, फूलगोभी, बैंगन, भिंडी, अरबी, एस्पेरेगस, ग्वार इत्यादि।
मार्च में: ग्वार, खीरा व ककड़ी, लोबिया, करेला, लौकी, तुरई, पेठा, खरबूजा, तरबूज, पालक, भिंडी, अरबी इत्यादि।
अप्रैल में: चौलाई, मूली इत्यादि
मई में: फूलगोभी, बैंगन, प्याज, मूली, मिर्च इत्यादि।
जून में: फूलगोभी, खीरा व ककड़ी, लोबिया, करेला, तुरई, लौकी, पेठा, बीन, भिंडी, टमाटर, प्याज, चौलाई, शरीफा इत्यादि।
जुलाई में: खीरा व ककड़ी, लोबिया, करेला, लौकी, तुरई, पेठा, भिंडी, टमाटर, चौलाई, मूली इत्यादि।
अगस्त में: गाजर, शलगम, फूलगोभी, आलू, टमाटर, काली सरसों के बीज, पालक, धनिया, ब्रसल्स स्प्राउट, चौलाई इत्यादि।
सितंबर में: गाजर, शलजम, फूलगोभी, आलू, टमाटर, काली सरसों के बीज, मूली, पालक, पत्ता गोभी, कोहिराबी, धनिया, सौंफ के बीज, सलाद, ब्रोकोली इत्यादि।
अक्टूबर में: गाजर, शलजम, फूलगोभी, आलू, टमाटर, काली सरसों के बीज, मूली, पालक, पत्ता गोभी, कोहीराबी, धनिया, सौंफ के बीच, राजमा, मटर, ब्रोकोली, सलाद, बैंगन, हरी प्याज, ब्रसल्स स्प्राउट, लहसुन इत्यादि।
नवंबर में: चुकन्दर, शलगम, फूलगोभी, टमाटर, काली सरसों के बीज, मूली, पालक, पत्ता गोभी, शिमला मिर्च, लहसुन, प्याज, मटर, धनिया इत्यादि।
दिसंबर में: टमाटर, काली सरसों के बीज, मूली, पालक, पत्ता गोभी, सलाद, बैंगन, प्याज इत्यादि।
आने वाले अगले पोस्ट में हम इस सभी सब्जियों की जैविक खेती करने के बारे में बताएंगे प्रति एकड़ के हिसाब से। जिससे किसान अपने फसल को रोग एवं किट लगने से बचा सकते हैं और स्वथ्य फल उपजा कर खा सकेंगे और अपने परिवार को भी खिला सकेंगे।
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