कृषि जागृति

लूट किसानों के साथ, जाने नैनो यूरिया की असलियत, कहीं किसान और बर्बाद न हो जाये

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krishijagriti5

लूट किसानों के साथ देश में दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है। जो किसान पढ़े लिखे नहीं है उनके साथ तो और भी लूट हो रही है। नमस्कार मेरे प्यारे किसान भाइयों मैं आपका दोस्त संदीप कुमार आज की इस पोस्ट के अंदर आपको हो सकता है कुछ अलग दिखे, हो सकता है आपने पहले भी देखा होगा, हो सकता है आपके साथ भी हुआ होगा, लेकिन ऊपर दिए गए इन तीन चार कामों में से आपके साथ जो कुछ भी हुआ है या आपने देखा है लेकिन एक बात मैं फिर भी विश्वास के साथ कह सकता हूं कि इन सब बातों को देखने के बाद भी आप चुपचाप रहे हैं।

जी हमारे किसान भाइयों यह कोई मनगढ़ंत कहानी नहीं लेकिन बल्की आंखों के सामने देखी गई सच्ची कहानी है। एक लूट किसानों के साथ की कहानी है। रबी फसलों का सीजन चल रहा है ऐसे में किसान खाद बीज एवं कीटनाशक की आवश्यकता अनुसार खरीदारी कर रहे हैं।लेकिन आज का मुद्दा है यूरिया के साथ अन्य प्रोडक्ट जबरन किसान पर थोपना। आपने बहुत बार सोशल मीडिया या हकीकत के अंदर आपके साथ भी हुआ होगा जो किसान भाई है।

जब भी आप किसी सहकारी समिति या किसी दुकान पर यूरिया लेने जाते हैं। तो आपको उसे यूरिया या डीएपी के साथ नैनो यूरिया जिंक पोटाश या कोई अन्य उत्पाद लेने के लिए आपको विवश किया जाता है या जबरन दिया जाता है। हालांकि आपको जरूरत सिर्फ यूरिया की है। क्या ऐसी कोई सरकारी पॉलिसी है या फिर किसान की विवस्ता। नहीं किसान को लेना ही है तो लेना है।

बड़ी-बड़ी कंपनियां जो कि यूरिया के साथ अन्य उत्पाद जबरन दुकानदारों ग्राम सेवा सहकारी समितियों एवं अन्य को भेजते है लेकिन दुकानदार और ग्राम सेवा सहकारी समितियों के अध्यक्षो के वर्जन उनको जबरन किसानों पर थोपता है । फिलहाल तीन कटा यूरिया के साथ एक बोतल आधा लीटर नैनो यूरिया साथ में दी जाती है जिसकी कीमत ₹225 है। जब किसान ने यूरिया का कटा ले लिया फिर नैनो की जरूरत कहा पड़ी? क्योंकि जो काम यूरिया करेगा वही काम नैनो यूरिया भी करेगा।

आज भी वैसा ही हुआ एक किसान साथ जो कि 8 कट्टे यूरिया के साथ 4 बोतल नैनो यूरिया जौ की 900 रू की हुई। एक किसान को थमा दी गई वो भी एक कच्चे बिल के साथ जिस पर न GST no./न हि दुकान का कोई अता पता?? सब कुछ देखने और किसान की बात सुनने पर दुख और हृदय विचलित सा हो उठा। किसान को समझाया और उसके बाद पक्का बिल दिलवाया। आखिर किसान ने एक बात कही एक आदमी क्या कर सकता है भाई । अगर सभी ऐसे सोचने लगे तो ये प्राइवेट। कंपनियों वाले गिद्ध आपको नोच खाएंगे।

आखिर कब तक नहीं बोलोगे?? अगर आज आप आवाज नहीं उठाएंगे तो आगामी कौम गूंगी और बहरी पैदा होगी। यही हाल नरमा और कपास में हुआ किसी भी कंपनी पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। खाद बीज सब नकली था। अगर सरकार को किसानों की इतनी फिकर रहती है तो इसे तुरंत बंद कराएं। जिसे यूरिया लेना होगा वो यूरिया लेगा और जिसे नैनो यूरिया लेना होगा वो नैनो यूरिया लेगा।

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