कृषि समाचार

समन्वित खेती को बढ़ावा देने के लिए आगे आएं किसान-कृषि मंत्री डॉ मीणा

Published by
krishijagriti5

राजस्थान के कृषि मंत्री डॉ मीणा ने कहां कि किसान मेला एक महत्वपूर्ण अवसर है, जहां किसान नवीनतम कृषि तकनीक उपकरणों और योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं। किसान मेलो से हमे अपनी खेती को बेहतर बनाने और उन्नति के मार्ग पर बढ़ने में मदद मिलती हैं। डॉ मीणा कृषि विश्वविद्यालय जोबनेर में आयोजित तीन दिवसीय किसान मेले के समापन समारोह को संबोधित कर रहे हैं।कृषि मंत्री ने कहां कि कृषि में रसायनों के उपयोग कम करने हेतु किसानों को जैविक एवं प्राकृतिक खेती की ओर अग्रसर होना चाहिए।

किसानों को समन्वित खेती को बढ़ावा देने के लिए आगे आने की जरूरत है। उन्होंने किसानों को विश्वास कि वे कृषि में विकास हेतु हर संभव प्रयास करेंगे। डॉ मीणा ने राजस्थान को इजरायल समकक्ष मरू प्रदेश बताते हुए इजरायल की नव तकनीकी को ग्राह्म बनाने हेतु किसानों, वैज्ञानिकों एवं कृषि अधिकारियों को इजरायल के किसानों के फार्म पर अवलोकन एवं प्रशिक्षण हेतु योजना बनाने का आह्वान किया। समन्वित खेती एक ऐसी प्रणाली है जिसमें फसलों, पशुपालन, मत्स्य पालन, बागवानी, और अन्य कृषि संबंधित गतिविधियों को एक साथ संयोजित किया जाता है।

इस प्रणाली के तहत, किसान अपने खेतों में विभिन्न प्रकार की फसलों और पशुओं को उगा सकते हैं। इससे उन्हें साल भर आय का स्रोत मिलता है। समन्वित खेती के कई फायदे हैं। इससे मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है, पानी का संरक्षण होता है, और पर्यावरण को नुकसान कम होता है। इसके अलावा, समन्वित खेती से किसानों की आय में वृद्धि होती है। डॉ. मीणा ने कहा कि राजस्थान सरकार समन्वित खेती को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चला रही है।

यह भी पढ़े: जोबनेर विश्वविद्यालय में शुरू हुआ तीन दिवसीय किसान मेला!

जागरूक रहिए व नुकसान से बचिए और अन्य लोगों के जागरूकता के लिए साझा करें एवं कृषि जागृति, स्वास्थ्य सामग्री, सरकारी योजनाएं, कृषि तकनीक, व्यवसायिक एवं जैविक खेती संबंधित जानकारियां प्राप्त करने के लिए कृषि जागृति चलो गांव की ओर के WhatsApp Group से जुड़े रहे या कृषि संबंधित किसी भी समस्या के जैविक समाधान के लिए हमे WhatsApp करें। धन्यवाद

Share