केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सहकारी बैंकों, दुग्ध संगठनों और पशुपालक किसानों के बीच परस्पर सहयोग समन्वय सुनिश्चित करने के लिए डेयरी उद्योग से सहकारी मॉडल अपनाने का आग्रह किया है। अमित शाह गुजरात में आनंद के निकट राष्ट्रीय सहकारी डेयरी परिसंघ कार्यकाल भवन के शिलान्यास के बाद गांधी नगर में राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय में एक समारोह को संबोधित कर रहें थे।
शाह ने आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य प्राप्त करने में सहकारी डेयरी के योगदान की सराहना की ओर डेयरी प्रमुखों से डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने के लिए शत प्रतिशत डिजिटल लेने देन का आग्रह किया। उन्होंने प्राकृतिक कृषि पर जोर दिया और सहकारी दुग्ध परिसंघों से गांव स्तर पर संचय केंद्र बनाने को कहा। शाह ने कहां कि सहकारी डेयरी के सफल संचालन और विकास के लिए विभिन्न संस्थाएं बनानी होंगी और परिसंघ यह काम करेगा। उन्होंने कहां कि श्वेत क्रांति का शुभारंभ वासी गांव से हुआ था और अब आनंद जिले में ही सात हजार वर्ग मीटर में परिसंघ का मुख्यालय बनाया जा रहा है।
कार्यक्रम के दौरान सहकारिता मंत्री ने देश के 25 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 37 विजेताओं को ई मार्किट पुरस्कार प्रदान किए। कर्नाटक दुग्ध परिसंघ नंदिनी, दिल्ली की मदर डेयरी और तमिलनाडु की आविन डेयरी तीन शीर्ष विजेता रहे। सहकारी मॉडल डेयरी उद्योग में बेहतर समन्वय और विकास को बढ़ावा देने का एक प्रभावी तरीका है। सरकार और डेयरी उद्योग के सभी हितधारकों को इस मॉडल को अपनाने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।
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