प्याज को लेकर नासिक, महाराष्ट्र में केंद्र सरकार ने प्याज की महंगाई रोकने के मकसद से एक साथ दो कदम उठाए हैं। सबसे पहले उन्होंने प्याज के निर्यात पर 40 प्रतिशत का प्रोत्साहन शुल्क लगाया और फिर उन्होंने सहकारी एजेंसी नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के माध्यम से सस्ती दर पर प्याज बेचने का फैसला किया है।
इस फैसलों से किसान और प्याज व्यापारी दोनों ही बेहद नाराज हैं। महाराष्ट्र के नासिक डिस्ट्रिक यूनियन एसोसिएशन ने नासिक के प्याज बाजारों को अनिश्चित काल के लिए बंद करने का घोषणा की हैं। नासिक न सिर्फ देश के सबसे बड़े प्याज उत्पादक जिले में आता हैं, बल्की यही से सबसे ज्यादा प्याज जा निर्यात भी होता हैं।
किसानों से बातचीत में कहां कि पिछले दो साल से किसानों को लागत से भी कम दाम मिल रहा था। तब सरकार कहां थी। वह आगे बताते है कि तब सरकार किसानों की मदद के लिए आगे क्यों नहीं आई। किसानों ने नासिक जिला के कृषि अधिकारी कार्यकाल के बाहर प्याज को लेकर विरोध प्रदर्शन का ऐलान भी किया है।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित अत्यंत महत्वपूर्ण फैसले के बाद, आज देशभर के प्याज व्यापारियों ने अपने प्रदर्शन को तेजी से बढ़ाते हुए दिल्ली के सभी सड़कों पर मंडी बंद कर दी है। इस आंदोलन के पीछे की वजह है प्याज के दामों की यहां प्रभावित होने की।
व्यापारियों ने यह मानवाधिकारों का उल्लंघन बताकर कहा है कि प्याज के दामों को कम करने के लिए केंद्रीय सरकार को तत्पर होना चाहिए। प्याज की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं और इससे आम आदमी का बुखार बढ़ता जा रहा है। पिछले कई हफ्तों से प्याज की कीमतें निरंतर बढ़ रही हैं और इसका सीधा असर उठाते हुए व्यापारियों ने आज देशभर में मंडी बंद कर दी है।
इस आंदोलन के चलते देशभर में प्याज की सप्लाई प्रभावित हो सकती है जिससे प्याज की कीमतों में कमी आ सकती है। प्याज की कीमतों के बढ़ने के पीछे कई कारण हैं। पहला कारण है मौसम और मौसमी हादसों का प्रभाव। पिछले कुछ महीनों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा और पंजाब में बारिश की कमी रही है जिससे प्याज के उत्पादन में कमी हुई है।
यह स्थिति प्याज की सप्लाई में कमी लाने के साथ-साथ कीमतों में भी वृद्धि करती है। दूसरा कारण है जीवाणु और कीटाणुओं के प्रकोप। पिछले कुछ समय से प्याज के फसलों में कीटाणु और जीवाणुओं के प्रकोप की वजह से बहुत सी प्याज की फसलें नष्ट हो गई हैं जिससे प्याज की कीमतों में भारी वृद्धि हुई है।
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