पेशाब रुकने की समस्या आमतौर पर छोटी आयु के पशुओं में होती हैं। हालांकि कई बार व्यस्क पशुओं में भी समस्या होती हैं। ठंड के मौसम में यह समस्या बढ़ने लगती हैं। इस समस्या के कई कारण हो सकते हैं, जिनमे पथरी भी शामिल हैं। यदि आप भी पशु पालन के व्यवसाय से जुड़े हैं तो पशुओं में पेशाब रुकने की समस्या के कारण एवं बचाव के उपाय कृषि जागृति के इस पोस्ट से जान सकते हैं।
पशुओं में पेशाब रुकने के कारण
पशुओं के शरीर में पथरी होने से यह समस्या उत्पन्न हो सकती हैं। इसके अलावा पोषक तत्वों की कमी के कारण भी यह समस्या उत्पन होती हैं। पशुओं को दिए जाने वाले पानी में मैग्नीशियम की अधिकता एवं आहार में कैल्शियम एवं फास्फोरस की संतुलित मात्रा ना होने के कारण भी यह समस्या होती हैं। पशुओं के आहार में चारे से अधिक अनाज की मात्रा होना भी इस समस्या के मुख्य कारणों में से एक हैं। ठंड के मौसम में पशु पानी का सेवन कम कर देते हैं ऐसे में यह समस्या उत्पन हो सकती हैं।
पशुओं में पेशाब रुकने की समस्या का लक्षण
शुरुआत में पशु बार-बार एवं कम मात्रा में पेशाब करते हैं। पशु बेचैन रहने लगते हैं। शरीर में पानी की कमी से पशुओं की आंखे अंदर धंसने लगती हैं। पेशाब पूरी तरह रुक जाने पर पशुओं का पेट सामान्य से अधिक फुला हुआ नजर आता हैं। पशुओं के पेट की त्वचा गलने लगती हैं। सही समय पर इलाज नहीं होने के कारण यूरिमिया नमक रोग से पशुओं की मृत्यु भी हो सकती हैं।
पशुओं में पेशाब रुकने की समस्या से बचाव
पशुओं के आहार में हरे चारे की मात्रा बढ़ाए। इसके साथ ही चारे में अनाज एवं खली की मात्रा कम करें। पशुओं के पीने के लिए पानी की उचित व्यवस्था करें। पानी में नमक मिलाए। नमक मिलें पानी के सेवन से पशुओं के पेशाब में वृद्धि होती हैं। इस रोग के शुरुआती लक्षण नजर आने पर पशु चिकित्सक से जल्द परामर्श करें।
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