फफुंदनाशी फसलों से रोगमुक्त उत्पाद प्राप्त करने के लिए खेती में फफुंदनाश के नियमित उपयोग की आवश्यकता होती है। साथ ही फफूंदनाशी के गुणों का ज्ञान होना प्रभावी रोग नियंत्रण के लिए आवश्यक है। किसी भी फफूंदनाशी का उपयोग करने से पहले जरुरी है की समस्या को … [Read more...]
बिहार में सेब की खेती की संभावनाएं एवं बिहार सरकार के प्रयास प्रोत्साहन करने में लगी!
अब तक हम यही जानते आए हैं कि सेब ठंडे प्रदेशों में होता है। जैसे कि हिमाचल प्रदेश या कश्मीर, लेकिन बिहार में भी सेब की खेती शुरू की गई है। इस बात ने सब लोगों को हैरत में डाल दिया है। बेगूसराय जिले में यह नई खेती शुरू की गई है। बिहार सरकार भी अपने … [Read more...]
फसल चक्र के माध्यम से रोग, कीट व खरपतवार को कैसे करते है प्रबंधित!
फसल चक्रण एक स्थायी कृषि पद्धति है जिसमें समय के साथ भूमि के एक ही टुकड़े पर विभिन्न फसलों की क्रमिक खेती शामिल होती है। यह रणनीतिक प्रबंधन दृष्टिकोण विशेष रूप से रोग नियंत्रण में कई लाभ प्रदान करता है। इस व्यापक अन्वेषण में, हम फसल चक्र के पीछे के … [Read more...]
कृषि रसायनों के गलत प्रयोग के दुष्प्रभाव से किसान अपने आप को एवं पर्यावरण को कैसे बचाएं?
डाक्टरों के अनुसार मनुष्य पर कई प्रकार के कृषि रसायनों के गलत प्रयोग से होने वाले दुष्प्रभाव सामने आए है जिनमें से मुख्य इस प्रकार है, बेहोशी, मृत्यु, चक्कर, थकान, सिरदर्द, उल्टी, छाती दर्द केंसर, मोतिया बिन्द, अंधापन, दमा, उच्च रक्तचाप, दिल का दौरा, … [Read more...]
रासायनिक उर्वरकों पर अधिक अनुदान देकर सरकार बिगाड़ रही है भूमि की उर्वरता!
देश में अधिक रासायनिक उर्वरकों पर सरकार द्वारा सब्सिडी देने और किसानों द्वारा रासायनिक उर्वरकों का ज्यादा इस्तेमाल के कारण खेत की मिट्टी में नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम (NPK) का अनुपात बढ़ गया है। भारतीय उर्वरक संघ (FAI) के मुताबिक खरीफ बोआई की … [Read more...]