जामुन की उन्नत किस्में,भारत, विश्व की मधुमेह की राजधानी है और अधिकांश घरों में मधुमेह, जिसे 'शर्करा रोग' के रूप में जाना जाता है। मधुमेह मुख्य रूप से एक जीवन शैली की स्थिति है जो भारत में सभी आयु समूहों में खतरनाक रूप से बढ़ी है, और युवा आबादी में … [Read more...]
लीची के फल की तुड़ाई उपरांत खाद एवं उर्वरक का प्रयोग कितना एवं कैसे करें?
यदि आपके लीची के फल का पेड़ 15 वर्ष या 15 वर्ष से ज्यादा है तो उसमे 500 से 550 ग्राम डाइअमोनियम फॉस्फेट, 850 ग्राम यूरिया एवं 750 ग्राम म्यूरेट ऑफ़ पोटाश एवं 25 किग्रा खूब अच्छी तरह से सडी गोबर की खाद पौधे के चारों तरफ मुख्य तने से 2 मीटर दूर रिंग बना … [Read more...]
लीची के फल की तुडाई के बाद क्या करें?
लीची के फल अपने आकर्षक रंग, स्वाद और गुणवत्ता के कारण भारत में भी नही बल्कि विश्व में अपना विशिष्ट स्थान बनाए हुए है। लीची उत्पादन में भारत का विश्व में चीन, ताइवान के बाद तीसरा स्थान है। वर्ष 2020 से 21 के आंकड़े के अनुसार भारत में 98 हजार हेक्टेयर … [Read more...]
केला की सघन बागवानी करके अधिक उपज एवं अधिक आय कैसे प्राप्त कर सकते है?
यह केला उत्पादन की एक नयी विधि है। इसमें उत्पादन बढ़ाने हेतु प्रति इकाई क्षेत्रफल केला के पौधों की संख्या बढ़ाने की सलाह दी जाती है। इस विधि में उत्पादन तो बढ़ता ही है, लेकिन खेती की लागत भी घटती है। उर्वरक एवं पानी का समुचित एवं सर्वोत्तम उपयोग हो जाता … [Read more...]
केला रोपण का समय भी निर्धारित करता है की उपज एवं लाभ कितना होगा।
केला की खेती में केला रोपण का समय बहुत महत्वपूर्ण है। बहुत सारे कारकों में से एक, केला रोपण समय निर्धारित करता है की उपज कितना होगा एवं उपज से कितना लाभ मिलेगा। बिहार में यदि केला छठ के समय तैयार होता है तो अधिकतम लाभ मिलता है जबकि इसके विपरित जब … [Read more...]