बैंगन एवं टमाटर में लगने वाला बैक्टीरियल विल्ट रोग एक जीवाणु राल्सटोनिया (स्यूडोमोनास) सोलानेसीरम नामक जीवाणु के कारण होता है। इस जीवाणु के कारण 33 पौधों के फैमिली के 200 से अधिक पौधों की प्रजातियों की एक विस्तृत श्रृंखला इस रोग से प्रभावित होती है। … [Read more...]
स्ट्रॉबेरी की खेती से प्रति एकड़ खेत से होने वाली आमदनी जान हो जायेंगे हैरान।
स्ट्रॉबेरी नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है। ये एक स्वादिष्ट हल्का खट्टा मीठा फल होता है। इसका उपयोग जैम, चॉकलेट, आइसक्रीम, मिल्क-शेक आदि बनाने में किया जाता है। स्ट्रॉबेरी में विटामिन C, विटामिन A और K पाया जाता है। साथ ही कई प्रकार के औषधीय गुण … [Read more...]
पपीता में लगने वाला पर्ण कुंचन विषाणु जनित रोग को कैसे करें प्रबंधन?
पपीते के पत्ते का कर्ल (पर्ण कुंचन) रोग बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके परिणामस्वरूप संक्रमित पपीता के पौधे बहुत ज्यादा खराब हो जाते है एवं इसमे फल नहीं लगते हैं। इस प्रकार से रोगग्रस्त पौधे जल्दी नहीं मरते, कभी ठीक नहीं होते और यदि उन्हें खेत में … [Read more...]
केला खाने से क्या-क्या लाभ होते हैं?
केले को कभी भी फ्रीज में नहीं रखना चाहिए। केला की स्टोर करना हो तो उसे 13 डिग्री सेल्सियस एवं 95 प्रतिशत आद्रता पर करना चाहिए। केले में तीन प्रकार की प्राकृतिक शर्करा होती हैं - सूक्रोज, फ्रुक्टोज और ग्लूकोज। केला ऊर्जा का एक त्वरित, निरंतर और … [Read more...]
रस्ट रोग अंजीर की प्रमुख समस्या को कैसे करें प्रबंधन?
यह एक कवक रोग है जिसे फिग रस्ट रोग कहते है, जो फंगस सेरोटेलियम फिक्की के कारण होता है। यह रोग केवल पत्तियों पर होता है और फल को इस रोग से कोई नुकसान नहीं होता है। इस रोग के रोगकारक आमतौर पर पहले छोटी पत्तियों पर हमला करते है, फलस्वरूप पीले धब्बे … [Read more...]