कृषि में अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए किसान अपने खेतों में कई प्रकार की फसलें उगाते हैं। ताकि वे इसे बाजार में बेच सके और अच्छा लाभ प्राप्त कर सके। आज जानते हैं कि किस महीने में कोन सी सब्जियों की मासिक जैविक खेती करनी चाहिए। ताकि किसान बहुत कम समय … [Read more...]
क्या आप जानते हैं, फसलों के लिए लौह पोषक तत्वों का महत्व कितना महत्वपूर्ण होता हैं!
लौह पोषक तत्वों यानी आयरन किसी भी फसल के पौधो की वृद्धि और अच्छे विकास के लिए एक बहुत ही आवश्यक पोषक तत्व है। यह क्लोरोफिल के उत्पादन में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो प्रकाश संश्लेषण के लिए अति आवश्यक है। किसी भी फसलों में आयरन की कमी होने के … [Read more...]
खीरे की बुआई के बाद या पौधों में फूल फल आने के समय जैव उर्वरकों का प्रबंधन कैसे करें!
खीरे की बुआई करने के बाद भी किसानो को उचित मात्रा में खीरे की फसल से उपज नहीं मिल पाती हैं। जो की खीरे के पौधों में पोषक तत्वों की कमी होना इस समस्या का मुख्य कारण होता हैं। ऐसे में अगर आप खीरा की खेती कर रहे है तो रासायनिक उर्वरकों की मात्रा का … [Read more...]
खीरे की फसल में जैव उर्वरक का प्रयोग करने से होने वाले लाभ!
कई बार कड़ी मेहनत करने के बाद भी किसानो को उचित मात्रा में खीरे की फसल से उपज नहीं मिल पाती हैं। जो की खीरे के पौधों में पोषक तत्वों की कमी होना इस समस्या का मुख्य कारण होता हैं। ऐसे में अगर आप खीरा की खेती कर रहे है तो रासायनिक उर्वरकों की मात्रा का … [Read more...]
टमाटर की नई किस्म हुई विकसित, मिलेगी प्रति एकड़ 100 क्विंटल तक पैदावार!
पूसा भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के कृषि वैज्ञानिकों द्वारा टमाटर की नई किस्म विकसित की गई है। टमाटर की यह किस्म रोपाई से 75 से 80 दिन बाद पहली फल तुडाई के लिए तैयार हो जाती हैं। पूसा गोल्डन चेरी टमाटर-2 नामक इस किस्म को साल के किसी भी महीने में … [Read more...]