खीरे की फसल में लगने वाली पत्ती छेदक किट या पत्ती सुरंगक किट विश्व भर में 300 से भी ज्यादा प्रजातियां पाई जाती है। चूंकि सभी प्रजातियों द्वारा पहुंचाया गया नुकसान सामान होती है। इसलिए खीरे के फसल में लगे किट के सम्पूर्ण उपचार के लिए फसल अनुसार प्रजाति की जानकारी होना अति आवश्यक है। पत्ती सुरंगक किट छोटे काले सलेटी रंग के पतंगे होते है, जो पत्तियों की सतह को खुरचकर उनमें सफेद धारिया बनाकर वहां से हरितलवक खत्म कर देते हैं।
खीरे के फसल में पत्ती छेदक किट, खीरे के पतंगे की झिल्ली का संक्रमण पत्तों में छेद कर प्रकाश संश्लेषण में बाधा बनती है साथ ही पौधों का विकास भी रुक जाती है। ये किट खीरे के पत्तियों के बीच रहते हैं। लार्वा पत्तियों के माध्यम से अपना रास्ता बनाते हैं, जिससे पत्तियों की सतह पर फफोले बनते हैं। ये फफोले पारियों के ऊपर अक्सर घुमावदार धारियों की तरह दिखते हैं।
पत्तियों पर दिखने वाले ये लक्षण समानायतः लार्वा के कारण होते हैं, वही वयस्क किट पूरी की पूरी पत्तियों को ही कुतरने का कार्य करते हैं। इस किट की पहचान प्रारंभिक अवस्था में करना ही महत्वपूर्ण है। जिसके लिए साप्ताहिक रूप से दस स्थानों पर दस पौधों की निरक्षण की युक्ति अपनाई जा सकती है, ताकि इस किट पर शुरुआती चरण में ही जैविक उपचार करने नियंत्रण किया जा सके।
खीरे की फसल में लगे पत्ती छेदक की पर जैविक नियंत्रण की विधि
150 लीटर पानी में एक लीटर जी बायो फॉस्फेट एडवांस को मिलाकर प्रति एकड़ खेत में संध्या के समय स्प्रे करें। बेहतर परिणाम के लिए 10 दिन के बाद पुनः स्प्रे करें।
इसके अलावा 150 लीटर पानी में एक लीटर जी डर्मा प्लस को मिलाकर प्रति एकड़ खेत में संध्या के समय स्प्रे करें। बेहतर परिणाम के लिए 10 दिन के बाद पुनः स्प्रे करें।
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