क्या आप भी वर्ष भर हरे चारे की किल्लत से है परेशान? अगर आपका जवाब हां है तो, आपकी परेशानी दूर करने के लिए हम ले कर आए हैं “है” और साइलेज बनाने की विधि। अब आप भी कृषि जागृति के इस पोस्ट में बताए गए तरीके से घर मैं आसानी से है और साइलेज तैयार कर सकते हैं। ये पोषक तत्वों से भरपूर होने के साथ-साथ स्वादिष्ट भी होता हैं। जिससे पशु इसे बड़े ही चाव से खाते हैं।
हे बनाने की संपूर्ण प्रक्रिया
पहले हरे चारे को छोटे टुकड़ों में काटे और छांव में फैला कर सुखाए। इसके बाद चारा सूखने की प्रक्रिया में इसे हर 4 से 5 घंटे में पलटते रहें।चारे को सूखने मैं 2 से 4 दिनों का समय लग सकता हैं। इसलिए चारे में नमी की मात्रा होने पर फफूंदो के पनपने की संभावना बढ़ जाती हैं।
इसलिए भंडारण करने से पहले नमी की मात्रा पूर्ण रूप से सुनिश्चित लें। फिर इसके बाद इसे किसी सूखे स्थान में भंडारित करें। इसके बाद इसे आवश्यकता के अनुसार पशुओं के आहार में शामिल करें।
साइलेज बनाने की संपूर्ण प्रक्रिया
सबसे पहले हरे चारे को 1 से 2 इंच के आकार में काटे। फिर इसके बाद 50 वर्ग फिट (स्क्वायर मीटर) का गठ्ठा तैयार करे और गट्ठे की दीवारों एवं सतह को अच्छी तरह गोबर से पुताई करें। इसके बाद इसमें 500 से 600 किलोग्राम कटा हुआ हरा चारा, 25 किलोग्राम शिरा, 1.5 किलोग्राम यूरिया को परत के अनुसार लगाते हुए भरे।
गट्ठे में हवा एवं पानी जाने से रोकने के लिए ऊपर घास से अच्छी तरह दबाएं। फिर इस मिश्रण को कम से कम 45 दिनों तक रहने दे। फिर इसके बाद तैयार साइलेज को आवश्यकता के अनुसार पशुओं के आहार में शामिल करें।
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