देश में ग्रीष्मकालीन धान की बुआई रफ्तार पकड़ रही हैं। कृषि मंत्रालय के ताजा आंकड़ों अनुसार 5 अप्रैल तक धान की बुआई का रकबा 29.44 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया, जो पिछले साल की इसी अवधि के दौरान के 26.49 लाख हेक्टेयर के मुकाबले 11 फीसदी अधिक है।कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार जायद फसलों की बुआई (मोटे अनाज को छोड़कर) का कुल रकबा 46.88 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया, जो साल भर पहले की इसी अवधि के दौरान 43.45 लाख हेक्टेयर के मुकाबले 8 प्रतिशत अधिक है।
दलहन की खेती का रकबा 8.7 लाख हेक्टेयर से 3 प्रतिशत बढ़कर 8.97 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया दलहन के तहत क्षेत्रफल में बढ़ोतरी का मुख्य कारण मूंग और उड़द के रकबे में वृद्धि ही है। मूंग की फसल की बुआई पिछले साल के 6.33 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 6.52 लाख हेक्टेयर हो गई है, जबकि उड़द की बुआई पिछले साल के 2.11 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 2.23 लाख हेक्टेयर हो गई है।
तिलहन का रकबा पिछले साल के 8.26 लाख हेक्टेयर की तुलना में 3 प्रतिशत बढ़कर 8.48 लाख हेक्टेयर हो गया। तिलहन में मूंगफली और तील दोनो का रकबा बढ़ा है। मूंगफली का रकबा 3.89 लाख हेक्टेयर पर ही है, जबकि तिल का रकबा 4.09 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया है। इस सप्ताह सूरजमुखी के रकबे की जानकारी अपडेट नही की गई है।
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