उत्तर प्रदेश में सेटेलाइट से रामपुर में पराली जलाने की निगरानी की जा रही है। इस दौरान पराली जलाने में 32 किसानों पर 92 हजार का जुर्माना लगाया गया, जिसमें से 80 हजार रुपये वसूल किए जा चुके हैं। आपको बता दें कि डीएम ने भी पराली जलाने पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। दिवाली से पहले जिले में 50 के करीब पराली जलाने के मामले आए थे। दिवाली के बाद पराली के मामले और भी ज्यादा देखने को मिले है। 12 नवंबर से 20 नवंबर के बीच 41 नए मामले सामने आए हैं।
जिले में डेढ़ माह में अब तक 91 स्थानों पर पराली जलाई गई। इसमें सर्वाधिक घटनाएं बिलासपुर क्षेत्र में हुई है। मुरादाबाद मंडल में पराली जलाने की सर्वाधिक घटनाएं रामपुर में हुईं हैं। सरकार का मानना है कि यह कदम पराली जलाने की समस्या को कम करने में मदद करेगा। पराली जलाने से वायु प्रदूषण होता है और यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। यह दिल्ली और अन्य शहरों में धुंध की समस्या को भी बढ़ाता है।इस निर्देश के मुताबिक, पराली जलाने वालों को पहली बार में जुर्माना भरना होगा।
दूसरी बार में जुर्माने के साथ-साथ संबंधित अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। तीसरी बार में जुर्माने के साथ-साथ संबंधित किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ भी नहीं मिलेगा। उत्तर प्रदेश सरकार पराली जलाने को रोकने के लिए कई तरह के उपाय कर रही है। इनमें पराली प्रबंधन के लिए किसानों को आर्थिक सहायता देना, पराली से ईंधन बनाने के लिए संयंत्र लगाना और पराली को खाद के रूप में उपयोग करने के लिए किसानों को जागरूक करना शामिल है।
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