बाजार में बढ़ी मांग के कारण चने की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही हैं। जुलाई में अरहर और उड़द दाल जैसी अन्य दलों के साथ साथ चना दाल की कीमतों में भी बढ़ोतरी देखने को मिली हैं।
जून महीने के दौरान इंदौर मंडी में चने का भाव 4,785 रुपए प्रति क्विंटल पर था, जो 4 अगस्त को बढ़कर 7,765 रुपए प्रति क्विंटल के स्तर तक पहुंच गया। 21 अगस्त को इंदौर मंडी में चने का भाव 6,085 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया। आपको बता दें कि चने के लिए निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य 5,335 रुपए प्रति क्विंटल हैं।
भारत दलहन और अनाज संघ के अध्यक्ष बिमल कोठारी ने कहां कि उत्पादन में बढ़ोतरी के अनुमान के बावजूद हाल के दिनों में चने की कीमतों में 6 से 7 रुपए प्रति किलोग्राम और चना दाल की कीमतों में 2 से 3 रुपए प्रति किलो की बढ़ोतरी हुई हैं।
नेफेड ने विभिन्न स्थानों पर चने के पुराने स्टॉक की बिक्री शुरू कर दी है। कोठारी ने आगे बताया, सरकार द्वारा पिछले वर्ष के स्टॉक की बिक्री के बावजूद कीमतों में वृद्धि जारी है। ऑल इंडिया फ्लोर मिलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल ने कहां, अरहर और उड़द जैसी अन्य दालें महंगी होने के कारण चने की मांग बढ़ गई है।
पिछले 10 से 12 दिनों में चने की कीमतों में 800 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि हुई है। वर्तमान में मध्य प्रदेश, राजस्थान और अन्य राज्यों के विभिन्न बाजारों में चना 5,900 से 6,100 रुपए प्रति क्विंटल के बीच कारोबार कर रहा है।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार के तीसरे अग्रिम फसल उत्पादन अनुमान के अनुसार, देश में लगभग 135.43 लाख टन चना उत्पादन की संभावना है। फिलहाल के लिए चने की कीमतों में मजबूती बनी रहने के आसार हैं।
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