लखनऊ, उत्तर प्रदेश राज्य में फिर गायों की मौत का मामला सामने आया है। राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज के कमालपुर विचलिका गोआश्रम स्थल पर 13 गोवंशों की हरा चारा खाने से मौत हो गई है। जानकारी के अनुसार, चारे में यूरिया की अधिकता की वजह से लगभग 34 गायें बीमार पड़ गई जिसमें से 13 गायों की मौत भी हो गई है।
आईवीआरआई की जांच रिपोर्ट में नाइट्रेट और नाइट्राइट विष से गोवंशों की मौत होने की पुष्टि हुई है। ये जहरीला पदार्थ सामान्य तौर पर खेत में यूरिया के अधिक प्रयोग से उगाएं गए हरे चारे में होता हैं। इसे खाने से पशुओं को सांस लेने में दिक्कत होने लगती है और उनकी अचानक मौत हो जाती हैं।
आपको बता दें कि पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने गोआश्रम स्थल का निरीक्षण कर डीएम को मामले की जांच कर दोषियों पर करवाई के निर्देश दिए। साथ ही मंत्री धर्मपाल सिंह ने गोआश्रम स्थल का निरीक्षण कर यहां मनरेगा के जरिए टीन शेड की व्यवस्था करने, चारा मशीन ठीक कराने के साथ गोआश्रम स्थलों पर हरे चारे, भूसे की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने का निर्देश दिया।
समस्या जो आजकल गोवंशों के लिए सबसे बड़ी हो चुकी है, वह है यूरिया युक्त हरा चारा। यह चारा गायों के लिए खतरनाक साबित हो रहा है। हाल ही में हुई घटना में, यूरिया युक्त हरा चारा खाने से 13 गोवंशों की मौत हो गई है।
यूरिया युक्त हरा चारा में मौजूद यूरिया गोवंशों के लिए अत्यंत हानिकारक होता है। इससे गोवंशों के अंदर बीमारियों का प्रसार होता है जो उनकी मौत का कारण बन सकती है। यह हमारे गोवंशों के लिए एक जीवनशैली संबंधी समस्या बन चुकी है और हमें इसे हल करने का प्रयास करना चाहिए।
यह भी पढ़े : मुर्गी पालन के फार्म आजकल क्यों तबाह हो रहे हैं?
जागरूक रहिए व नुकसान से बचिए और अन्य लोगों के जागरूकता के लिए साझा करें एवं कृषि जागृति, स्वास्थ्य सामग्री, सरकारी योजनाएं, कृषि तकनीक, व्यवसायिक एवं जैविक खेती संबंधित जानकारियां प्राप्त करने के लिए जुड़े रहे कृषि जागृति चलो गांव की ओर से। धन्यवाद