गेहूं की फसल में पीलापन कई कारणों से हो सकता है। यह एक सामान्य प्रश्न है और इसमें कई फैक्टर्स शामिल हो सकते हैं, जैसे कीट एवं रोगों का प्रकोप, पोषक तत्वों की कमी, मौसम की अनुकूलता, खेती तकनीक और उपयुक्त प्रबंधन की अभाविता आदि। यदि आपकी गेहूं की फसल में पीलापन हो रहा है, तो निम्नलिखित उपायों को आवश्यकता अनुसार अपना सकते हैं।
1. भूमि की जांच करें: गेहूं की फसल के लिए उचित मिट्टी मायने होती हैं। जलवायु, जल स्रोत, और वातावरणीय प्राथमिकताएं भी फसल पर प्रभाव डाल सकती हैं। सुनिश्चित करें कि आपकी भूमि उचित मानकों को पूरा कर रही है और आप उचित खेती प्रथाएं अपना रहे हैं।
2. पौधों की चयन सुनिश्चित करें: गेहूं की फसल को पीलापन की समस्या से प्रभावित न होने के लिए उचित वाराणसी या हाइब्रिड जैसे उचित प्रकार की बीज चुनें। उचित बीजों का चयन करने से फसल की प्रतिफल में सुधार हो सकता है।
3. कीटनाशक और रोगनाशक उपयोग करें: कीटों और रोगों के प्रकोप को रोकने के लिए उचित कीटनाशक और रोगनाशक दवाइयों का उपयोग करें। यह फसल को सुरक्षा प्रदान करेगा और पीलापन की समस्या को कम कर सकता है।
4. उचित पोषण प्रबंधन: गेहूं को उचित पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। उचित मात्रा में खाद, खाद्यान्न और पोषक तत्वों का उपयोग करें ताकि पौधों को सुरक्षा मिले और विकास कर सकें।
5. उचित जलवायु प्रबंधन: जलवायु प्राथमिकताओं का सम्मान करें और उचित जलवायु प्रबंधन के लिए आवश्यक कदम उठाएं। यह फसल के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने में मदद कर सकता है।
यदि पीलापन की समस्या समय रहते नहीं सुलझती है या आपको इसके बारे में अधिक जानकारी चाहिए, तो स्थानीय कृषि विशेषज्ञों से सलाह लेना सर्वोत्तम होगा।
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