फसलों की सिंचाई के आधुनिक साधन कोन से है!
भारत में फसलों की सिंचाई के आधुनिक साधनों में ड्रिप सिंचाई, स्प्रिंकलर सिंचाई और सूक्ष्म सिंचाई शामिल हैं। ये विधियां पारंपरिक तरीकों की तुलना में अधिक कुशल और प्रभावी होती है। क्योंकि ये कम पानी का उपयोग करते हैं और मिट्टी के कटाव को कम करते हैं।
फसलों की आधुनिक सिंचाई पद्धति क्या है!
फसलों की आधुनिक सिंचाई पद्धति में किसान आधुनिक तकनीको एवं उपकरणों का सहारा ले कर फसलों की काफी सुगमता के साथ सिंचाई करते हैं। इन पद्धतियों में ड्रिप सिंचाई, स्प्रिंकलर सिंचाई, आदि शामिल हैं। ये सिंचाई के समय पानी की बचत के साथ मानव श्रम को भी कम करने में सहायक है।
तीन सबसे आधुनिक सिंचाई विधियां क्या है!
तीन सबसे आधुनिक सिंचाई विधियों में ड्रिप सिंचाई, स्प्रिंकलर सिंचाई और रेनगन सिंचाई की विधि शामिल हैं।
क्या ट्यूबवेल सिंचाई की आधुनिक विधि हैं!
ट्यूबवेल सिंचाई यानी नलकूप सिंचाई को एक आधुनिक विधि माना जा सकता हैं। इस विधि में ट्यूबवेल के अंदर एक सबमसिर्वल पंप लगाया जाता हैं, जो कुएं से पानी पंप करता हैं और इसे पाईप स्प्रिंकलर के नेटवर्क के मध्यम से खेतो में पहुंचता है। यह विधि पारंपरिक नलकूप सिंचाई विधियों की तुलना में अधिक कुशल और लागत प्रभावी है।
भारत में सिंचाई का कोन सा साधन सबसे अधिक लोकप्रिय हैं!
भारत में सिंचाई का सबसे लोकप्रिय साधन नहर सिंचाई है, इसके बाद नलकूप सिंचाई काफी प्रचलित हैं। क्षेत्र में नहर की संख्या/ व्यवस्था अधिक होने पर नहर सिंचाई की जाती हैं। नहर नहीं होने की स्थिति में ट्यूबवेल सिंचाई/नलकूप सिंचाई को प्राथमिकता दी जाती हैं।
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