इन दिनों कृषि कार्यों में विभिन्न उपकरणों का उपयोग दिन प्रति दिन बढ़ता ही जा रहा है। आधुनिक कृषि यंत्र के उपयोग के कारण बहुत आसानी से विभिन्न कृषि कार्य किए जा रहे हैं। कृषि कार्यों में उपकरणों का प्रयोग करके हम मानव श्रम एवं समय दोनो की ही बचत कर सकते हैं। कृषि कार्य में इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरणों में रीपर भी शामिल हैं।
स्वचालित रीपर से फसलों की कटाई का कार्य बहुत आसानी से किया जाता हैं। यह दो तरह के होते हैं, एक ट्रेक्टर से चलने वाले रीपर और दूसरे स्वचालित रीपर। तो आईए जानते है कृषि जागृति के इस पोस्ट के माध्यम से हम स्वचालित रीपर कृषि यंत्र के बारे में विस्तार से।
क्या है स्वचालित रीपर आधुनिक कृषि!
स्वचालित रीपर यंत्र में खुद के इंजन लगे होते हैं। जो यह मशीन फसल को काट कर उसे खड़ी अवस्था में दूसरी तरफ जमीन पर समान रूप से गिराती है। इस यंत्र के द्वारा प्रतिदिन 3 से 4 एकड़ फसल की कटाई बड़ी आसानी से की जा सकती हैं।
स्वचालित रीपर यंत्र से किन फसलों की कटाई की जा सकती हैं!
स्वचालित रीपर यंत्र से धान, गेंहू, बाजरा, सोयाबीन, ज्वार, जई, आदि कई अन्य फसलों की भी कटाई बड़ी आसानी से की जा सकती हैं।
स्वचालित रीपर यंत्र का उपयोग करने के फायदे!
बहुत तेजी से चलने के कारण स्वचालित रीपर यंत्र से बहुत कम समय में अधिक फसलों की कटाई बड़ी आसानी से की जा सकती हैं। फसलों की कटाई के लिए लगने वाले मजदूरों की लागत में एक बड़ी कमी आती हैं।
इस मशीन के रख रखाव में आसानी होती हैं। स्वचालित रीपर को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने में बड़ी आसानी होती हैं। इस यंत्र का प्रयोग करने से फसल की डंठलो को कुछ नुकसान नहीं पहुंचता है।
इसलिए स्वचालित रीपर यंत्र से कटाई के बाद फसलों को एक कतार में बिछा देता हैं। जिससे किसानो को फसल बांध कर ले जाने में बड़ी आसानी होती है। भूमि की सतह से लगभग 3 से 8 इंच की ऊंचाई पर फसलों की कटाई बड़ी आसानी से की जा सकती हैं।
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