सैनिक सुंडी यानी फॉल आर्मी वर्क किट मक्के की फसल को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाते हैं। ये किट पौधों के लगभग सभी हिस्सो को खा कर फसल को बहुत कम समय में नष्ट कर सकते हैं। मादा सैनिक सुंडी किट एक बार में 50 से 200 अंडे देती हैं। 3 से 4 दिनों में अंडो से लार्वा निकलने लगते हैं। इससे इस किट के तेजी से बढ़ने का अंदाजा लगा सकते हैं।
मक्के की फसल में लगे सैनिक सुंडी कीट से होने वाले नुकसान
लार्वा पत्तियों को खुरच कर खाते हैं। पक्तियो पर सफेद रंग की धारिया नजर आने लगती हैं। वयस्क किट पतियों के ऊपरी हिस्से के साथ मक्के के दाने एवं उसे ढकने वाली पत्तियों को खा कर फसल को पूरी तरह से नष्ट कर देते हैं।
मक्के के बीज उपचार करके करें सैनिक सुंडी से बचाव
मक्के की फसल को सैनिक किट से बचने के लिए मक्के के बीज को 10 मिली जी-एनपीके या 10 मिली जी-डर्मा प्लस को मिलाकर प्रति किलोग्राम बीज को उपचारित करके 15 से 20 मिनट हवा लगने के बाद मुख्य खेत में बुआई करें।
मक्के की फसल में लगे सैनिक सुंडी कीट को नियंत्रण करने के कुछ अन्य तरीके
यदि संभव हो तो इस किट के अंडो को इकट्ठा कर के नष्ट कर दे। या प्रति एकड़ मक्के के खेत मे 5 से 7 फेरोमॉन ट्रैप लगाए।
मक्के की फसल में लगे सैनिक सुंडी कीट को नियंत्रण करने के अन्य जैविक विधि।
मक्के की फसल में लगे इस कीट को नियंत्रण करने के लिए 150 लीटर पानी में एक लीटर जी डर्मा प्लस को मिलाकर प्रति एकड़ मक्के की खड़ी फसल में किट लगने के प्रारंभिक अवस्था में ही स्प्रे करें। बेहतर परिणाम के लिए 10 दिन के बाद पुनः स्प्रे करें।
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